आप पार्टी का बड़ा ऐलान: PM आवास का करेंगे घेराव, 4 मेट्रो स्टेशन रहेंगे बंद

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आम आदमी पार्टी ने एलान किया है कि रविवार को प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेंगे। शाम चार बजे सभी कार्यकर्ता मंडी हाउस के समीप एकत्रित होंगे और वहां से प्रधानमंत्री आवास के लिए शांतिपूर्वक मार्च करेंगे। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह बहुत जरूरी है कि प्रधानमंत्री के कान तक हमारी बातें पहुंचे। 

वहीं इस मामले में नई दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा का कहना है कि, आम आदमी पार्टी ने इस विरोध मार्च की अनुमति के लिए आवेदन नहीं किया है। उन्होंने जो विरोध मार्च का समय बताया है उस वक्त 4 मेट्रो स्टेशनों  के निकास द्वार को बंद कर दिया जाएगा। इन मेट्रो स्टेशनों के नाम हैं- उद्योग भवन, लोक कल्याण मार्ग, पटेल मार्ग और केंद्रीय सचिवाल।

आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि ईद का त्योहार मानाया जा रहा है, जिसमें सब एक दूसरे से मिलते हैं, लेकिन उपराज्यपाल अनिल बैजल साहब को ईद के मौके पर भी समय नहीं मिला कि वे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली सरकार के अन्य अनशन पर बैठे मंत्रियों से मुलाकात कर सकें। आम आदमी पार्टी की मांग पर सभी राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है। सबका मानना है कि दिल्ली सरकार को अपने ढंग से काम करने देना चाहिए। छह साल पहले एक आंदोलन आया और उस आंदोलन ने तख्तापलट कर दिया। 

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस दिल्ली की जनता के साथ नहीं खड़ी होकर भाजपा की बी टीम हो गई है। जहां एक तरफ सारी राजनीतिक पार्टी साथ दे रही हैं, वही कांग्रेस पार्टी हमारा साथ नहीं दे रही है। रविवार को प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने के लिए आप कार्यकर्ता शाम 4 बजे मंडी हाउस पर जमा होंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री के कानों तक बात पहुंचाने के लिए उनके आवास पर जाएंगे। दिल्ली की जनता परेशान है और अहंकारी मोदी सरकार और एलजी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों की सिर्फ यही मांग है कि जो अफसर हड़ताल पर हैं और सरकारी मीटिंग में नहीं आते हैं, उनकी हड़ताल खत्म कराएं और राशन की डोर स्टेप डिलीवरी की फाइल को साइन कर दें। लेकिन उपराज्यपाल अपनी जिद पर अड़े हुए हैं और दिल्ली के लोगों को लगातार अनदेखा कर रहे हैं। इसलिए दिल्ली के लोगों ने फैसला किया है कि रविवार शाम चार बजे पीएम आवास पर जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही अपनी बात बताएंगे और अपनी सारी मांगों को उनके समक्ष रखेंगे। पूरे देश से तकरीबन हर गैर-एनडीए राजनीतिक दल ने अपना समर्थन इस आंदोलन को दिया है।

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