इस चुनाव में EVM लूट सकते हैं माओवादी, 72 घंटे के लिए हाई अलर्ट जारी

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नई दिल्ली ।। दूसरे चरण के चुनाव के दौरान माओवादी मतदान दलों से EVM लूट सकते हैं, इस आशंका को देखते हुए मतदान समाप्त होने तक सुरक्षाबल को एक्शन मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं।

माओवादी आमदरफ्त को देखते हुए सुरक्षाबल को 72 घंटे का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही संदिग्ध क्षेत्रों में लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। 20 नवम्बर को दूसरे व अंतिम चरण की 72 सीटों पर मतदान होना है। इनमें से सात जिलों की 19 विधानसभा सीटों को माओवाद प्रभावित माना जा रहा है।

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प्रदेश में पहले चरण की 18 सीटों पर 12 नवम्बर को हुए मतदान के दौरान माओवादियों ने जमकर उपद्रव मचाया था। कई जगहों पर बारूदी सुरंग विस्फोट और चुनाव ड्यूटी में लगे सुरक्षाबलों पर हमला किया गया था। लेकिन, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। बौखलाए माओवादियों द्वारा अब दूसरे चरण के मतदान के दौरान कुत्सित प्रयास करने की खुफिया जानकारी मिली है।

छत्तीसगढ़ के सीमांत इलाकों से जुड़े हुए करीब 900 मतदान केंद्र सर्वाधिक संवेदनशील और अतिसंवेदनशील हैं। इन क्षेत्रों में दूसरे राज्यों के माओवादी भी सक्रिय हैं। इसे देखते हुए राज्य पुलिस के अधिकारियों ने मतदान को प्रभावित करने की आशंका जताई है। माओवादी चुनाव बहिष्कार करने संबंधी पर्चा फेंककर ग्रामीणों को धमकी भी दे चुके हैं। चुनाव के लिए सुरक्षाबलों की 650 कंपनियां तैनात की गई हैं।

पहले चरण के चुनाव के बाद हेलिकॉप्टर और यूओवी को वापस भेज दिया गया है। ऐसे में मतदान दलों और सुरक्षाबलों को सड़क मार्ग से ही गुजरना पड़ेगा। इसलिए माओवादी हमले की आशंका बनी हुई है। बता दें कि दूसरे चरण के चुनाव वाले धमतरी, सिहावा-नगरी, मैनपुर, बिंद्रानवागढ़ जशपुर, बलरामपुर और कवर्धा के कुछ इलाकों को माओवाद प्रभावित माना गया है।

दूसरे चरण के चुनाव के लिए सुरक्षाबलों को एक्शन मोड में रहने कहा गया है। उन्हें लगातार सर्चिंग और निगरानी कर माओवादियों से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।

फोटो- फाइल

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