नवजोत कौर सिद्धू ने कहा- भ्रष्ट व अशिक्षित लोगों को पंजाब से बाहर फेंकना जरूरी

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अमृतसर। वेयरहाउस कॉर्पोरेशन के चेयरपर्सन का पद छोडऩे के बाद नवजोत कौर सिद्धू ने अपने फेसबुक अकाउंट पर अकाली विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया व पूर्व मंत्री अनिल जोशी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा है, ‘मैं एक वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ हूं। मैंने पंजाब के लिए लोगों के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी। बेटा करन सिद्धू जनरल कैटेगरी में दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ का स्नातक है। उसने न्यूयॉर्क के कोर्डोजो लॉ कॉलेज से एलएलएम की पढ़ाई पूरी की है। इसके साथ ही दिल्ली हाईकोर्ट में छह साल प्रैक्टिस की। हम सभी न बेरोजगार हैं, न सिफारिशी है और न ही कम शिक्षित। हम सक्षम थे, इसलिए ही खुद को स्थापित कर सके। हमारी तुलना अशिक्षित मूर्खों के साथ न करें, जो सिर्फ ताकत के सहारे उच्च पद प्राप्त करते हैं।’

नवजोत कौर ने लिखा है, ‘मजीठिया व जोशी को अशिक्षितों की तरह उन पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं। इनके रिश्तेदारों ने भ्रष्टाचार से असीमित धन एकत्रित किया है। अगर लोग भ्रष्ट, कम शिक्षित और अहंकारी और ताकत के भूखे मूर्खों को ताकत देने की बजाय योग्यता का सम्मान करते तो आज पंजाब एक अलग मुकाम पर खड़ा होता। ऐसे अशिक्षित लोगों को पंजाब से बाहर फेंकने की जरूरत है।’ नवजोत कौर सिद्धू ने इस पोस्ट के जरिए मजीठिया व जोशी पर सीधा प्रहार किया है।

बता दें, इससे पूर्व आज दिन में स्‍थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पत्‍नी अौर बेटे को राज्‍य सरकार द्वारा पद देेने के मामले में विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब दिया है। सिद्धू ने एेलान किया कि उनकी पत्‍नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू वेयर हाऊसिंग कारपोरेशन का चेयरपर्सन नहीं बनेंगी और उनका बेटा करण सिद्धू भी असिस्टेंट एडवोकेट जनरल पद पर ज्‍वाइन नहीं करेंगे। सिद्धू ने कहा कि यह उनका फैसला नहीं है बल्कि बेटे व पत्नी ने यह निर्णय किया है।

इससे पूर्व, शुक्रवार को कैप्टन सरकार द्वारा सिद्धू के पुत्र करण सिद्धू को असिस्‍टेंट एडवोकेट जनरल बनाने के फैसले के बाद पंजाब की राजन‍ीति गरमा गई थी। भाजपा और अकाली दल ने कैप्टन सरकार व सिद्धू पर निशाना साधा था। पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल जोशी ने कहा है कि सिद्धू का चेहरा अब बेनकाब हो गया है, जबकि शिअद महासचिव व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया का कहना था कि कैप्टन सरकार में एक ही परिवार में सारी नौकरियां दी जा रही हैं।

सिद्धू के धुर विरोधी मजीठिया ने कहा कि सिद्धू ने सारी नौकरी अपने घर पर ही दे दी है। पहले पत्नी को नौकरी दी, अब बेटे को। सिद्धू के दोहरे मापदंड सामने आ गए हैं। पर्दाफाश हो गया है कि वह मौकापरस्त हैं। सिद्धू के विरोधी पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने तो हर घर में नौकरी देने का वायदा किया था मगर पूरे पंजाब में अब तक किसी घर में नौकरी नहीं मिली, जबकि एक ही घर में सभी नौकरियां बांट दी गई हैं।

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