कुरीतियों में फंसकर देह-व्यापार कर रही इन लड़कियों के लिए मशीहा बन कर आया एक IPS

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भाजपा सरकार एक तरफ तो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा शासित इस राज्य में लगभग 5 दर्जन से ज्यादा गावों और 250 डेरों में खुलेआम जिस्मसारे फरोशी का धंधा चलता है।

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हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश की ,जहाँ काफी अर्से से भाजपा का शासन है। इस राज्य का एक हिस्सा ऐसा भी है, जहां पर एक समुदाय विशेष की बहु-बेटियां जिस्मफरोशी के धंधे लिए मजबूर हैं। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि यहां बेटियों को खुद उसके माता-पिता ही जिस्मफरोशी के धंधे में जबरन धकेल देते हैं।

इन तमाम कुरीतियों के बीच एक जाबांज पुलिस अफसर यहाँ ऐसी बेटियों के लिए साक्षात् मसीहा बनकर आया है। यह अफसर बेटियों को इस जलालत के कुचक्र और कुरीतियों से बचाने के लिए उन्हें शिक्षित करने के साथ-साथ रोजगार भी मुहैया कराने की विशेष पहल कर रहा है।

आपको बता दें कि राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में बांछड़ा नामक समुदाय के डेरों पर जिस्मफरोशी का धंधा खुलेआम चलता है। मंदसौर ,नीमच और रतलाम जिले के 65 से अधिक गांवों में वैश्यावृति के लगभग 250 अड्डे हैं जहां कहलेआम ये धंधा होता है।

यह इलाका पुरे देश में जिस्मफरोशी के धंधे के लिए बदनाम है और बताया जाता है कि यहां माँ-बाप के सामने ही बेटी अलग-अलग मर्दों के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाती है। जानकारों के मुताबिक कई बार तो लड़की के माँबाप खुद अपनी बेटी के लिए पार्टनर खोजकर लाते हैं।

फोटोः फाइल 

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