यूपी किरण ब्यूरो
उत्तर प्रदेश।। यूपी की निडर, बैखोफ और दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाली आईएएस बी.चंद्रकला की अब यूपी को जरूरत है। इसको लेकर उनके चाहने वालों ने योगी सरकार से मांग की है कि उन्हें फिर से यूपी में लायें। वो एक ऐसी कलेक्टर थीं जिन्हें अनाथ बच्चे डियर मम्मी कहते हैं।
प्रदेश में सत्ता बदले अभी तीन महीने भी पूरे नहीं हुए हैं। बी.चंद्रकला को प्रदेश में लोग दोबारा याद करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर प्रदेश में चौतरफा फैले गुंडाराज व अपराध पर शिकंजा कसने के लिए बी चंद्रकला जैसे लोगों को याद किया जाने लगा है।
यूपी विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने बीजेपी के विवादित सांसद साक्षी महाराज पर कार्रवाही कर दिया था। उनके रडार पर सिर्फ साक्षी ही नहीं बल्कि दंगे के आरोपी भाजपा विधायक संगीत सोम भी आ गए थे।
आईएएस चंद्रकला ने भड़काऊ संगीत सोम व साक्षी महाराज पर कार्रवाही करके एक ऐसे अधिकारी की पहचान बनाई जो लोगों के दिलों में बस गई।
यूपी के कोने-कोने में उनकी ईमानदारी व बहादुरी के चर्चे होने लगे। अखिलेश सरकार ने उनकी ईमानदारी की इज्जत की। कभी बिजनौर तो कभी मेरठ जनपद का कार्यभार दिया और जिलाधिकारी बनाकर लोगों का दिल जीत लिया।
परन्तु जैसे ही भाजपा सरकार सत्ता में आई वैसे ही आईएएस बी.चंद्रकला को उनकी ईमानदारी व बहादुरी के ईनाम के बदले इस निडर अफसर को प्रदेश से हटाकर उन्हें राज्य से केंद्र में भेज दिया गया।
अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस पर बी.चंद्रकला की योगा करते तस्वीरे पोस्ट हुई तो तमाम लोगों ने ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए लिखा कि, आप जैसे ईमानदार अफसर की यूपी में जरूरत है। ऐसे तमाम सवाल आए जिसमें प्रदेश में उनको याद किया गया।
फोटोः फाइल
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