विवेक तिवारी हत्याकांडः आरोपी सिपाही की पत्नी ने सोशल मीडिया के जरिए पुलिसकर्मी से शांति बनाएं रखने की अपील की

img
एपल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड में मुख्य आरोपी प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी मलिक ने यूपी पुलिस के सिपाहियों और कर्मचारियों से अपील की है कि वह अनुशासन में रह कर अपने कर्तव्यों का पालन करें।

राखी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो और पत्र के माध्यम से सभी सिपाहियों और कर्मचारियों से अनुशासन में रहकर ड्यूटी करने की अपील की है और लिखा है कि मुझे पुलिस अधिकारियों की जांच पर पूरा भरोसा है।

जो भी घटना हुई है उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लिखा है कि ‘आप सबसे अनुरोध है कि आप अपना विरोध तत्काल खत्म करें। विभाग की मर्यादा बनाए रखें। 

किसी के भी बहकावे में न मैं आ रही हूं और न आप आएं। जो भी थोड़े बहुत साथी विरोध कर रहे हैं वो इसे तत्काल बंद करें और निष्ठा से अपनी नौकरी करें।’

चार पुलिसकर्मियों को भेजा गया नोटिस

वहीं, विवेक तिवारी हत्याकांड में विवेचना ने रफ्तार पकड़ ली है। रविवार को गोमतीनगर थाने में तैनात चार पुलिसकर्मियों को विवेचक ने नोटिस जारी किया है। इन पुलिसकर्मियाें में नाइट ऑफिसर व ड्यूटी मुंशी सहित चार लोग शामिल हैं। इन्हें विवेचक ने जल्द बयान दर्ज कराने का नोटिस भेजा है। जिसे सभी पुलिसकर्मियों को तामिल करा दी गई।

उधर, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लखनऊ पुलिस की फजीहत कराने वाले विवेक हत्याकांड की विवेचना में पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के केस में तरमीम करने की पटकथा रच ली है। इस जघन्य हत्याकांड में शुरुआत से ही लीपापोती में जुटी पुलिस और एसआईटी की अब तक जांच-पड़ताल से यही स्पष्ट हो रहा है।

पुलिस ऐसा एक भी साक्ष्य नहीं जुटा सकी है जिससे अदालत में विवेक की हत्या किए जाने की बात साबित की जा सके। यही वजह है कि विवेक को गोली मारने के आरोप में जेल में बंद बर्खास्त सिपाही प्रशांत की गलती से गोली चलने वाली थ्योरी को सच मानते हुए विवेचना आगे बढ़ाई जा रही है।

हत्या के इरादे से गोली चलाने का उद्देश्य स्पष्ट नहीं

गोमतीनगर में 28/29 सितंबर की आधी रात को हुए इस हत्याकांड में की विवेचना महानगर इंस्पेक्टर विकास कुमार पांडेय कर रहे हैं। विवेचक ने घटनास्थल का निरीक्षण, क्राइम सीन के रीक्रिएशन करने के साथ ही सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल और हत्याकांड से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े कई लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं। हत्याकांड की एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी और वारदात के वक्त विवेक के साथ उनकी एसयूवी में मौजूद पूर्व सहकर्मी के मजिस्ट्रेटी बयान भी कराए जा चुके हैं।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसके बयान विवेचक को मिल गए हैं और उनका अवलोकन भी कर लिया गया है। उसमें भी हत्या के इरादे से गोली चलाने का उद्देश्य स्पष्ट नहीं हो रहा है। हत्या के सप्ताहभर बाद अब पुलिस की विवेचना इस दिशा में जा रही है कि ऐसी कोई वजह नहीं थी। जिससे विवेक की हत्या बर्खास्त सिपाही प्रशांत व संदीप करें। जल्द ही मामले को गैर इरादतन हत्या या सिपाहियों की लापरवाही से जान जाने की धारा में तरमीम कर दिया जाएगा। इसके लिए अधिकारी भी प्रयासरत हैं।

Related News