सगी मां ने पार क्र दी सभी हदें , बिन मर्जी के पैदा हुआ बच्चा तो, पूरा मामला जानकर…

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डेस्क ।। फ्रांस में एक महिला दवारा अपने बच्चे को कार की डिक्की में रखने का अनोखा मामला सामने आया है। इसके बाद रोजा मारिया डि क्रूज़ नामक इस महिला को अपने छोटे बच्चे की उपेक्षा करने के जुर्म में अदालत ने जेल की सजा दी है।

एक फ्रांसीसी अदालत ने महिला को दंडित करते हुए कहा कि इसने अपने बच्चे को अपनी मानसिक विकलांगता के कारण कार की डिक्की में डाल दिया, जो कि एक बेहद संगीन मामला है । इस लापरवाही के लिए महिला को दो साल के लिए जेल की सजा दी गई है।

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मूल रूप से पुर्तगाल की रहने वाली रोजा मारिया दा क्रूज़ ने अपने चार बच्चों में से सबसे बाद में पैदा हुई बेटी सेरेना को अपने लगभग दो साल तक कार की डिक्की में छुपा कर रखा। इस बारे में उनके वकीलों ने कहा कि तीन बच्चों के बाद वह औलाद नहीं चाहती थीं, इसलिए उन्होंने इस बच्चे को स्वीकार नहीं किया।

2013 में जब एक मैकेनिक ने क्रूज़ की कार के मरम्मत के समय गाड़ी की गंदी डिक्की में शिशु की खोज की। बताया जा रहा है कि शोर सुनकर मैकेनिक ने सीट के नीचे झांका तो वहां उसने डिक्की में नग्न और गंदे शिशु को पाया। शिशु बुरी तरह बीमार था। उसके शरीर में पानी की कमी हो गई थी और वह तेल तथा गाड़ी से निकले ग्रीज के कचरे से लिपटा हुआ था। पुलिस ने जांच के बाद बताया कि शिशु को घर पर परिवार के एक अप्रयुक्त कमरे में रखा गया था।

एक हफ्ते मुकदमे के बाद अदालत ने डी क्रुज़ को पांच साल जेल की सजा सुनाई गई। जज ने उनकी मानसिक हालत को देखते हुए हुए तीन साल की सजा निलंबित कर दी। जज ने आदेश दिया कि उनकी निगरानी पांच साल तक सामाजिक संस्थाओं द्वारा की जाएगी और उन्हें मनोवैज्ञानिक उपचार प्राप्त होगा। उसे शुक्रवार की शाम को लिमोगेस शहर में एक केंद्रीय जेल में जेल भेजा गया था लेकिन शुरुआती पैरोल के लिए आवेदन करने बाद उसे छुट्टी दे दी गई थी।

बच्ची सेरेना जो अगले हफ्ते सात साल की हो जाएगी, वह गंभीर मानसिक हानि से पीड़ित है। शुक्रवार को डि क्रूज़,ने अपनी बेटी से क्षमा मांगी। उन्होंने कहा, “मुझे एहसास हुआ कि मैंने उसे बहुत चोट पहुंचाई है और मैं अपनी छोटी लड़की को कभी नहीं देख पाउंगी।” उनके डॉक्टर ने कहा, “वह एक अच्छी मां थी और हम समझ नहीं पाए थे कि सेरेना की घर पर बाकी बच्चों की तरह देखभाल क्यों नहीं हुई।”

फोटो- प्रतीकात्मक

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