उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 150 युवा ISI के हनीट्रैप के हुए शिकार !

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Lucknow. पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने सैन्य ठिकानों और उनसे जुड़ी जरूरी जानकारियां जुटाने के लिए फेक आईडी के जरिये यूपी व दिल्ली के करीब 150 युवाओं को अपने जाल में फंसा रखा है।

हनीट्रैप

महिलाओं के नाम की फेक आईडी से इन युवाओं को भ्रमित कर वह जासूसी करवाई जा रही है। साथ ही इन्हें कुछ ‘मेहनताना’ भी दिया जा रहा है।

आईएसआई इन युवाओं के जरिये छावनी इलाके की फोटो, टैंकर नंबर, बिल्डिंग की फोटो मंगवा रही हैं। आईजी असीम अरुण ने इसकी पुष्टि की और कहा कि बीएसएफ सिपाही अच्यूतानंद के जासूसी में पकड़े जाने के बाद ऐसे कई तथ्य सामने आए हैं।

उत्तर प्रदेश के कई युवा भी जाल में फंसे

एटीएस का कहना है कि इस आम नागिरक को बाद में उसकी बातें अखरने लगी तो उसे जासूसी में फंसने का शक हुआ। इसके बाद ही उसने मिलेट्री को सूचना दी थी। फिर वहां की इटेंलीजेंस ने यूपी एटीएस की मदद ली। आईजी असीम अरुण ने इससे भी इनकार नहीं किया कि आईएसआई छोटे शहरों में अपना जाल फैलाकर इन लोगों को कुछ रुपये भी देने के लिए जाल फैला रही है।

एटीएस के अफसरों का कहना है कि अब तक की पड़ताल में सामने आ रहा है कि करीब 150 से ज्यादा युवा इन फेक आईडी के जाल में हैं और तरह-तरह से चैट कर रहे हैं। कई शहरों के नाम एटीएस को मिल गए हैं लेकिन वह अभी खुलासा करने से बच रही है।

पहले रिश्तेदारों से कराते थे जासूसी

आईजी का कहना है कि पहले आईएसआई पाक से भारत आने वाले लोगों व उनके रिश्तेदारों को प्रलोभन देकर जासूसी करवाती थी।

कई बार वह पाकिस्तान में फंसे भारतीयों के रिश्तदारों से सैन्य इलाकों की फोटो व अन्य जरूरी बातें पता करवाती थी लेकिन अब सोशल साइट के बढ़ते प्रभाव से उसने नया हथकंडा अपनाया है।

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