लखनऊ ।। मायावती के साथ गठबंधन पर अपने पिता मुलायम की नाराजगी के बीच पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि मुलायम को रिकॉर्ड मतों से लोकसभा चुनाव जिताने के लिये उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से हाथ मिलाया है।
अखिलेश ने कहा कि मैंने BSP के साथ गठबंधन किया है ताकि नेता जी (मुलायम) को रिकॉर्ड मतों से जिताया जा सके। वह चाहे जहां से चुनाव लड़ें। BSP से गठबंधन करने के कारणों के बारे में सपा अध्यक्ष ने कहा कि हम संविधान को ऐसे लोगों से बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिन्होंने संविधान के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भी शपथ ले रखी है। हमारा मकसद भाजपा को हराना और देश को नया प्रधानमंत्री देना है।
सपा मुखिया ने कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड में भी BSP से गठबंधन करने के पीछे सपा का यही लक्ष्य है। उन्होंने भाजपा पर संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सही समय है कि हम उसे नकारें। लोग सब जानते हैं कि क्या हो रहा है।
मालूम हो कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने पिछले सप्ताह अपनी पार्टी के BSP से गठबंधन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि आखिर किस आधार पर BSP को आधी सीटें दे दी गयीं। अब हमें सिर्फ आधी सीटों पर ही चुनाव लड़ना पड़ेगा, जबकि सपा ज्यादा मजबूत है।
अखिलेश ने सफाई देते हुए कहा ”BSP से गठबंधन की घोषणा करने के लिये संवाददाता सम्मेलन में जाने से पहले मैंने नेता जी से मुलाकात करके उनका आशीर्वाद लिया था। मैंने उन्हें बताया था कि गठबंधन के तहत हमें आधी लोकसभा सीटें मिलेंगी।”
चुनाव में टिकट वितरण के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि प्रत्याशियों की सूची जल्द ही तैयार कर ली जाएगी। हमने उम्मीदवारों का चिह्नांकन पहले ही कर लिया है। इसमें कोई समस्या नहीं है।