अमृतसर ट्रेन हादसे की चपेट में आकर पिता की मौत, गोद में रही 10 महीने की बच्‍ची ऐसे बची

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पंजाब ।। यहां जोड़ा रेल फाटक पर हुए हादसे में 61 लोग मारे गए, लेकिन कुछ ऐसे भी थे जो बाल-बाल बच गए। कुछ ऐसे तकदीर वाले थे जिनके लिए ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोई’ की उक्ति चरितार्थ होती है। ऐसी ही एक 10 महीने की बच्‍ची की जान बची। जिस समय हादसा हुआ बच्‍ची अपने पिता की गोद में थी और पास ही उसकी मां भी खड़ी थी। इस दौरान जब रावण दहन के दौरान ट्रेन वहां से गुजरी तो पिता भी उसकी चपेट में आ गया, लेकिन बच्‍ची उसकी गोद से उछलकर पीछे खड़ी महिला की गाेद में गिर गई।

इस हादसे में बच्‍ची के पिता की मौत हो गई और में मां भी लापता हो गई। अब पुलिस बच्‍ची के मां व परिवार की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने इस बाबत जोड़ा फाटक और उसके आसपास के सभी इलाकों में बच्चे की पहचान के लिए मैसेज किया है। बच्ची की मां के जिंदा होने की उम्मीद की जा रही है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में एक महिला गंभीर हालत में बेसुध है, जिसके होश में आने का इंतजार है। महिला के होश में आने पर पता चल सकेगा कि बच्चा उसका है या किसी और का। संगीता नाम की महिला ने बताया कि रावण दहन के दौरान वह दीवार के साथ सट कर पुतलों को जलता हुआ देख रही थी। उसके आगे रेलवे लाइन के पास एक दंपती बच्चे को गोद में उठाए रावण की तरफ इशारे कर बच्ची को उसकी ओर दिखा रहा था। बच्‍ची पिता की गोद में थी। इस दौरान बच्ची बार-बार उसकी (संगीता) तरफ देखकर हंसने लगती थी।

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संगीता ने बताया कि इस बीच ट्रेन वहां पहुंच गई और बच्ची के पिता को जोरदार टक्कर लगी। इससे बच्ची उछलकर उनकी गोद में आकर गिर गई। बच्ची की मां को भी चोटें लगीं, लेकिन भगदड़ के कारण उसका पता नहीं चला। हादसे के बाद संगीता ने बच्चे को लेकर उसकी मां, पिता को जानने का प्रयास किया, लेकिन कहीं से बच्ची के परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।

इसके बाद संगीता ने बच्चे के बारे में जिला प्रशासन को जानकारी दी। बाद में बच्चे को जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के पदाधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया। सीजेएम सुमित मक्कड़ ने बताया कि बच्चा सुरक्षित है। उसके वारिसों की तलाश के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। एक महिला बेहोश है। उम्मीद है वही बच्चे की मां है।

जोड़ा फाटक में हुए दर्दनाक रेल हादसे में घायल प्रीति गुरु नानक देव अस्पताल में उपचाराधीन है। इस हादसे में प्रीति के पति व बड़े बेटे अभिषेक की मौत हो गई। पिता व भाई की मौत से अंजान आरुष मां प्रीति के समीप बैठा रहा और उसे घर चलने की जिद करता रहा लेकिन बेबस मां की आंखों से सिर्फ आंसू गिरते रहे।

फोटो- फाइल

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