समस्तीपुर।। परिवार शोक में डूबा हुआ था। पिता का शव सामने था। CBSE की दसवीं परीक्षा का पहला दिन था। एक तरफ बेटा-बेटी का फर्ज निभाने की जिम्मेदारी कदम रोक रही थी तो वहीँ पढ़-लिखकर बड़ा आदमी बनने की पिता की प्रेरणा कुछ और कह रही थी। घर वालों के समझाने-बुझाने पर दोनों भाई-बहन आंख में आंसू लिए पिता की अर्थी छोड़कर 45 किलोमीटर दूर परीक्षा देने घर से निकल पड़े।
मामला बिहार के समस्तीपुर जनपद के शाहपुर उण्डी पंचायत स्थित अनुमंडल कार्यालय के पास का है। हरियाणा (बल्लभगढ़) में कार्यरत अभियंता राजाराम राय का दिल की बीमारी के कारण बीते सोमवार को अचानक निधन हो गया। मंगलवार की सुबह जब उनका शव घर लाया गया तो पूरा क्षेत्र गम-गीन हो गया।
इधर, उनके बड़े पुत्र अभिषेक कुमार एवं पुत्री अनामिका की मंगलवार से ही 10वीं की परीक्षा शुरू हुई। आंखों में आंसू लिये दोनों ने पिता के शव का चरणस्पर्श किया फिर माँ संगीता देवी से लिपटकर जी-भर रोये। इसके बाद दोनों भाई-बहन परीक्षा देने समस्तीपुर के लिए रवाना हुए। जब तक दोनों लौटे नहीं, तब तक पिता का शव अंतिम-संस्कार के लिये रखा रहा। दोपहर में आने के बाद पटोरी के गंगा घाट पर अंतिम संस्कार हुआ।
जानकारी के मुताबिक राजाराम के दो पुत्र और एक पुत्री हैं। सबसे बड़ा पुत्र अभिषेक ही है। पिता की इच्छा थी कि बेटा बड़ा होकर इंजीनियर बने। पिता की इसी तमन्ना को हृदय में रखकर विपरीत परिस्थिति में भी भाई-बहन ने 10वीं की परीक्षा दी । इस घटना से आसपास के लोगों, मित्रों और सभी सगे-संबंधियों की आंखें नम हो गईं।