नई दिल्ली ।। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर विवादों के बीच चर्चा में है।
दरअसल, तेज प्रताप पर आरोप है कि वो सरकारी जमीन कब्जा कर मंदिर का निर्माण करवा दिया है। सरकारी जमीन पर मंदिर निर्माण होने की जानकारी को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है।
तो वहीं बिहार के PWD मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा है कि इस मामले को संज्ञान में लिया गया है और जांच कराकर इस पर कार्रवाई की जाएगी। तेज प्रताप पर आरोप है कि मुख्मंत्री नीतीश के आवास के पास सरकारी जमीन पर मंदिर का निर्माण करा दिया है। मंदिर के पास राजकीय अतिथिशाला और CBI का दफ्तर है।
Media reports के अनुसार, इस जमीन को तेज प्रताप यादव ने साल 2017 में कब्जे में लेकर मंदिर का निर्माण करवाना शुरू किया था। सूत्रों के अनुसार, दस लाख रुपए खर्च करके इस मंदिर का निर्माण कराया गया। इस मंदिर में जो भगवान शिव की मूर्ति स्थापित की गई है उसे खुद तेज प्रताप बनारस से लेकर आए थे।