लखनऊ ।। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttar Pradesh Subordinate Services Selection Commission) ने गठन के बाद हुई पहली बैठक में पूर्व में अवर अभियंता व तकनीकी सामान्य चयन में धांधली कर महिलाओं के लिए आरक्षित 79 पदों पर पुरुषों को दी गई नौकरी को निरस्त करने का फैसला किया गया।
आयोग में नियुक्ति पाने वाले ऐसे लोगों की सेवा खत्म करने के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिखेगा। इसके अलावा दस अन्य पदों पर नियुक्ति में धांधली की जांच के लिए कमेटी बनाई जाएगी।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Subordinate service selection commission) के नवनियुक्त अध्यक्ष सीबी पालीवाल ने गत बुधवार को सदस्यों की बैठक बुलाई थी। इसमें भर्तियों के साथ अन्य कई प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया।
गत वर्ष 2015 में अवर अभियंता व तकनीकी सामान्य चयन के 757 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे। इसमें महिलाओं के लिए बीस फीसदी यानी 151 पद आरक्षित थे। इसमें 72 पदों पर महिलाओं को नियुक्तियां दी गई, लेकिन 79 पदों पर पुरुषों को नियुक्ति दे दी गई।
आयोग के अध्यक्ष ने बताया है कि ऐसे चयनित 79 पुरुषों की सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में जल्द ही इनको नियुक्ति देने वाले विभागों को सेवा समाप्त करने के संबंधी पत्र भेजा जाएगा। इसके अलावा इस वर्ग के महिलाओं के 10 पदों पर नियुक्ति में गड़बड़ी की जांच के लिए सदस्यों की एक कमेटी बनाने का फैसला किया गया है।