नई दिल्ली ।। चारा घोटाले मामले में राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर से बड़ा खुलासा करते हुये जज से असली दोषी को आरोपी बनाने को कहा। तो वहीं पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के इस बयान से भारतीय जनता पार्टी संकट मे आ गयी है।
दरअसल, दुमका कोषागार से अवैध निकासी के चारा घोटाले मामले आरसी-38 में, लालू प्रसाद यादव सहित सभी अपरिधयों को होटवार जेल से video conferencing के जरिए से पेश किया गया। लालू प्रसाद यादव ने अपने बचाव में खुद बहस की और सिविल कोर्ट के video conferencing हॉल में स्पेशल जज शिवपाल सिंह ने आरोपियों की ओर से Law point पर बहस सुनी।
तो वहीं लालू प्रसाद यादव ने कोर्ट से कहा है कि हुजूर तत्कालीन एजी टीएन चतुर्वेदी को इस मामले में आरोपी बनाया जाए। चारा घोटाला के दौरान वही बिहार के तत्कालीन महालेखाकार थे। अगर वे सतर्कता से जांच करते तो इतना बड़ा घोटाला नहीं होता। शुरुआत में ही अवैध निकासी रुक जाती।
इस पर CBI कोर्ट के स्पेशल जज शिवपाल सिंह ने लालू यादव से पूछा कि टीएन चतुर्वेदी जीवित हैं या नहीं। लालू यादव ने कहा हां हुजूर जीवित हैं। भाजपा वालों ने उन्हें मुझे फंसाने के एवज में इनाम देते हुए राज्यसभा का सदस्य बना दिया है।
इसके बाद राजद अध्यक्ष लालू यादव ने जज से पूछा- हुजूर, कब तक जजमेंट दीजिएगा। जल्दी दे दीजिए। इस बार जरा बढ़िया से जजमेंट लिखिएगा। इस बार मेरी होली तो जेल में ही मनेगी पर हम आपके लिए शुभकामना व्यक्त करते हैं। तो वहीं, दुमका कोषागार से अवैध निकासी के चारा घोटाले मामले में, सुनवाई के दौरान मामले के कई आरोपियों ने CBI पर गलत तथ्य पेश करने के आरोप लगाए। इस केस में अगली सुनवाई 5 March को होगी।