लखनऊ ।। समाजवादी पार्टी ने सीएम योगी के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर के उपचुनाव में पिछड़े नेताओं की फौज उतार कर विपक्षियों में हाहाकार मचा हुआ है।
आपको बता दें कि खुद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव गोरखपुर व फूलपुर में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। उनका दौरा होली के बाद होगा। गोरखपुर में पिछड़ी जातियों की अच्छी तादाद है। सबसे ज्यादा आबादी निषादों की है।
इसके बाद यादव एवं पिछड़े वर्ग की अन्य जातियां आती हैं। जातीय समीकरण देखते हुए समाजवादी पार्टी ने प्रवीण निषाद को उम्मीदवार बनाया है। तो वहीं सपा ने उनके चुनाव प्रचार की कमान पिछड़े वर्ग के नेताओं को सौंपी है।
इस मामले में समाजवादी पार्टी मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि पार्टी के निर्देश पर गोरखपुर में विधान परिषद सदस्य रामसुन्दर दास निषाद, पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत पप्पू निषाद, एमएलसी राजपाल कश्यप, रामजतन राजभर रामनगीना साहनी, रामदुलार राजभर, विश्वनाथ विश्वकर्मा, एमएलसी लीलावती कुशवाहा, जयकिसान साहू, रमेश प्रजापति और प्रसिद्ध नारायण चौहान को चुनाव प्रचार में भेजा गया है।
चौधरी ने आगे कहा कि गोरखपुर के मतदाता BJP द्वारा अपने वादों को नकार देने और जनहित की कोई योजना लागू न होने से बुरी तरह आक्रोशित हैं। BJP नेता बहकाने के लिए जाति-धर्म की राजनीति करने लगे हैं।