मसूद अजहर मामले में चीन को देना होगा हिंदुस्तान का साथ, वरना अमेरिका कर सकता है ये बड़ी कार्रवाई

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नई दिल्ली ।। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर पर शिकंजा कसता जा रहा है। अमेरिका ने कहा है कि वह इस मामले में हिंदुस्तान का साथ देगा। अमेरिका ने इस मामले में चीन को चेतावनी देते भुए कहा है कि अगर चीन ने मसूद को आतंकी घोषित करने में अड़ंगा डाला तो यह दोनों देशों के हित में नहीं होगा और आपसी रिश्तों पर बुरा असर पड़ेगा।

अमरीकी राज्य विभाग के प्रवक्ता रॉबर्ट पल्लदीनो ने कहा है कि आतंक के मुद्दे पर अमेरिका और हिंदुस्तान का रुख एक जैसा है।चीन को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के आपसी हितों को साझा करते हैं, और जैश-ए-मोहम्मद के नेता मसूद अजहर को आतंकी नामित करने में विफलता दोनो देशों के रिश्तों पर बुरा असर डालेगी।

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राज्य विभाग के प्रवक्ता रॉबर्ट पल्लदीनो ने कहा कि मसूद अजहर के बारे में अमेरिका के रुख से दुनिया परिचित है। अमेरिका और हिंदुस्तान आतंकवाद विरोधी प्रयासों और संयुक्त राष्ट्र सूची में शामिल आतंकियों पर मिलकर काम करते हैं।

जैश-ए-मोहम्मद और इसके संस्थापक मसूद के बारे में हमारे विचार सर्वविदित हैं। उन्होंने कहा कि जैश ए मोहम्मद संयुक्त राष्ट्र-द्वारा घोषित आतंकवादी समूह है और इसमें कोई दो राय नहीं होनी चाहिए।

रॉबर्ट पल्लादिनो ने कहा कि मसूद अजहर जेईएम का संस्थापक और नेता है।उसका संगठन संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित होने के मानदंडों को पूरा करता है। जेईएम कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है और क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति की कार्यवाही गोपनीय राखी जाती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस मसूद अजहर के खिलाफ वोट करेगा और हिंदुस्तान साथ देगा।

फोटो- फाइल

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