उत्तराखंड ।। चाइना ने दुनिया की पहली सशस्त्र ड्रोन बोट का सफल परीक्षण किया है। इस ड्रोन बोट को पृथ्वी और समुद्र की गहराई दोनों जगहों से संचालित किया जा सकता है। ये बोट हवा और पानी दोनों स्थानों पर चल सकती है। एक अफसर ने बताया कि इस बोट की संचालन सीमा 1,200 किलोमीटर है। इसे उपग्रहों के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।
ये है खासियत
- चीनियों का दावा है कि इसे भूमि और जल हमले के लिए प्रयोग किया जा सकता है। रक्षा विशेषज्ञों ने ये भी दावा किया है कि ये ड्रोन बोट, हवाई ड्रोन और अन्य ड्रोन के साथ तिकड़ी बनाने में सक्षम है। चीन शिप बिल्डिंग इंडस्ट्री कॉरपोरेशन के अंतर्गत वुचांग शिप बिल्डिंग इंडस्ट्री ग्रुप द्वारा निर्मित ड्रोन शिप का नाम मरीन लिज़र्ड है।
- ये खामोशी से अधिकतम 50 समुद्री मील की गति से पाने में दौड़ सकता है।
- ड्रोन बोट सतह पर आने के साथ ही अपने पेट के नीचे छिपी हुई चार आर्म्स के माध्यम से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा कर सक सकती है।
- अगर बड़े ट्रैक यूनिट लगाए जाएं तो जमीन पर इसकी अधिकतम गति बढ़ाई जा सकती है। मरीन बोट के पेलोड में एक इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम और एक रडार सिस्टम शामिल है।
- ड्रोन बोट सतह पर आने के साथ ही अपने पेट के नीचे छिपी हुई चार आर्म्स के माध्यम से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा कर सक सकती है।
फोटो- फाइल