लखनऊ।। प्रदेश में पुलिस और भूमाफिआओं के गठजोड़ के चलते गुण्डागर्दी चरम
सीमा पर है। आलम ये है कि जब भूमाफिया किसी जमीन पर हाथ डालते हैं तो उनके
इस काम में लखनऊ पुलिस कंधे से कन्धा मिला कर चलती है। इसका एक जीता-जागता
उदाहरण बीते 17 जनवरी को उस समय देखने को मिला जब राजधानी लखनऊ में सरकार
की नाक के नीचे थाना सरोजनीनगर के ग्राम फर्रूखाबाद चिल्लावां के रहने वाले रमेश विश्वकर्मा
की पुश्तैनी जमीन पर भूमाफिया शिवकुमार सिंह द्वारा जबरदस्ती जमीन पर कब्जा किया जा रहा था।
जब रमेश विश्वकर्मा और उसके परिवार ने अवैध कब्जे का विरोध किया तो शिवकुमार
सिंह ने स्थानीय पुलिस से सांठ-गांठ करके अपने साथी असामाजिक तत्वों की मदद से
पूरे परिवार को मारा-पीटा और इतना ही नहीं उन्हीं के विरुद्ध गम्भीर धाराओं 147,148,
149, 336, 436, 427, 506, 307 IPC की धाराओं में मुकदमा भी दर्ज करवा दिया और
जेल भी भिजवा दिया।
थाना सरोजनी नगर की पुलिस ने न तो रमेश विश्वकर्मा की न सुनी और न ही इनकी
FIR दर्ज की गयी। सूत्रों की मानें तो इस प्रकरण में क्षेत्राधिकारी की भूमिका संदिग्ध है।
मिली जानकारी के अनुसार सीओ ने 3 लाख रूपये लेकर पीड़ित परिवार की FIR ही दर्ज
नहीं होने दी।
बता दें कि रमेश विश्वकर्मा का पूरा परिवार जिसमें 3 पुरूष और 5 महिलायेँ जिसमें
भाई सुरेश विश्वकर्मा दिलीप विश्वकर्मा पत्नी श्रीमती मधुरानी विश्वकर्मा कृष्णावती
विश्वकर्मा विजयलक्ष्मी विश्वकर्मा बेटी अंजना विश्वकर्मा और दीक्षा विश्वकर्मा जेल में
बन्द है और इनकी सुनवाई करने वाला कोई नही है।स्थानीय लोगों का कहना है कि बीजेपी
सरकार के स्थानीय कैबिनेट मन्त्री के ईशारे पर जमीन पर कब्जा कराया जा रहा है।
घटना की जानकारी पाकर समाजवादी पार्टी के पूर्वमंत्री और अखिल भारतीय
विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा गांव
जाकर पीडित परिवार से मिले और घटना की जानकारी ली। पीड़ित परिवार के
घर में छोटे-छोटे बच्चों ने रो-रोकर पूरी घटना सुनाई और मदद की गुहार लगाई।
इस घटना से पूरे मोहल्ले में आतंक का माहौल है और डर के मारे कोई मुंह खोलने
को भी तैयार नही है। मामले की पूरी जानकारी लेकर राम अासरे विश्वकर्मा कचहरी
जाकर वकीलों से मिले और इस केस में पीडित परिवार की विधिक सहायता के लिये
अनुरोध किया।
राम आसरे विश्वकर्मा ने इस मामले की जानकारी देते हुये कहा कि वो जेल में बन्द
पीडित परिवार से मिलने लखनऊ जेल भी जायेंगे और पूरी घटना को उच्च अधिकारियों
के संज्ञान में लेकर पीडित विश्वकर्मा परिवार को न्याय दिलायेंगे। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष
अच्छेलाल विश्वकर्मा, राष्ट्रीय सचिव राजेश विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष परसुराम विश्वकर्मा,
जिला महामंत्री रामभजन विश्वकर्मा, राजेश गुप्ता, सुरेन्द्र विश्वकर्मा, मेवालाल विश्वकर्मा,
उमेश विश्वकर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।