पार्टी को संकट से उबारने RSS की तर्ज पर कांग्रेस की बैठक, सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होंगे बड़े फैसले

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नई दिल्ली ।। देश में लंबा समय तक राजकाज चलाने वाली कांग्रेस आजकल पार्टी के अंदुरूनी कलह से जूझ रही है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी को इस संकट से उबारने के लिए बैठक कर रही हैं। कांग्रेस के महासचिव, राज्यों के प्रभारी, कांग्रेस विधायक दल के नेता और सभी राज्यों के कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी मुख्यालय में बैठक के लिए बुलाया गया है।

कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद, केसी वेणुगोपाल और एके एंटनी की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में पार्टी की बैठक चल रही है। अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद सोनिया की अध्यक्षता में यह पहली बैठक है।

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सूत्रों के अनुसार बैठक को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती की तैयारियों पर चर्चा और अंतिम रूप देने के लिए बुलाया गया है। जिसके अंतर्गत सदस्यता और प्रशिक्षण कार्यक्रम अभियान चलाए जाने पर चर्चा होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम पर भी चर्चा की जाएगी जिसमें पार्टी ने अपने जन संपर्क कार्यक्रम को बढ़ाने के लिए देश भर के जिला स्तर पर ‘प्रेरकों’ या ‘प्रेरकों’ की नियुक्ति करने का निर्णय लिया जाएगा।

कांग्रेस की राज्य इकाइयों को पार्टी के नेताओं की पहचान करने के लिए कहा गया है, जिन्हें कई दिनों तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये प्रेरक पार्टी के एजेंडे पर काम करेंगे। यह बिल्कुल वैसे ही होगा जैसे आरएसएस के प्रचारक काम करते हैं। कांग्रेस कैडर के भीतर पहली बार ऐसी कोई नियुक्ति होगी।

पार्टी अब सरकार के एजेंडे का मुकाबला करने के लिए पार्टी कैडर के प्रशिक्षण कार्यक्रम पर जोर देना चाहती है और चुनावी असफलताओं के बाद पार्टी की नीति को जमीनी स्तर पर ले जाना चाहती है। पार्टी अर्थव्यवस्था और रोजगार की स्थिति पर सरकार को लक्षित करने की रणनीति पर चर्चा करेगी।

फोटो- फाइल

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