अजब-गजब ।। ताजा अध्ययन में दावा किया गया हैटाइप-2 डायबीटीज की दवा दिल की बीमारी को रोक सकती है। इस रिसर्च में डायबीटीज की दवा एम्पाग्लिफ्लोजिन का सेल रिपेयर पर असर को देखा गया। यह दवा ब्लड वेसल्स के सेल्स को रिपेयर करने में मदद करती है जिससे हार्ट की बामारियों का खतरा कम हो जाता है।
बोन मैरो में प्रोजेनिटर सेल्स पाएं जाते हैं। ये दिल को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं। डायबीटीज की दवा इन्हें रेगुलेट करती है। इससे डैमेज्ड सेल को रिपेयर करने में मदद मिलती है। इस तरह दिल की बीमारी का खतरा कम होता है। एक रिसर्चर ने बताया कि डायबीटीज की दवा लेने वाले लोगों में फायदेमंद प्रोजेनिटर सेल्स की संख्या बढ़ी हुई थी।
इसके साथ ही इन लोगों में सूजन और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस जिसकी वजह से दिल की बीमारी का खतरा होता है, कम देखा गया। रिसर्चर्स का कहना है कि इससे उन हृदय रोगियों के इलाज में मदद मिलेगी जिनको डायबीटीज है। आमतौर पर अभी तक माना जाता है कि डायबीटीज के मरीजों में दिल की बीमारी का ज्यादा खतरा होता है। ऐसे में एक ताजा रिसर्च में एक बिल्कुल अलग तरह की सुकून देने वाली बात सामने आई है। इस खबर से मरीजों को राहत मिलेगी।