नई दिल्ली ।। यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका देते हुए सेनेट ने यमन में एयर स्ट्राइक बंद करने का प्रस्ताव पास कर दिया है। उधर सेनेट के इस फैसले के बाद वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर तनाव एक बार फिर गहराने की संभावना जताई जा रही है।
वाइट हाउस ने इस कदम को त्रुटिपूर्ण बताते हुए वीटो की धमकी दी और कहा कि इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान होगा और चरमपंथ से लड़ने की वाशिंगटन की क्षमता को गहरा आघात लगेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस कदम से गहरा झटका लगा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को दावा किया कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह ने अपना सारा इलाका खो दिया है। यदि सेनेट के यमन पर ताजा प्रस्ताव को पूर्ण रूप से पारित कर दिया जाता है, तो यह एक ऐतिहासिक कदम बन जाएगा। यह कांग्रेस द्वारा 1973 की युद्ध शक्तियों के प्रस्ताव को लागू करने का पहला प्रयास होगा जो सीधे राष्ट्रपति की सैन्य शक्तियों पर अंकुश लगाएगा।
सीनेटर बर्नी सैंडर्स जो कि 2020 के चुनावों के लिए राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी हैं, उन्होंने कहा कि हम युद्ध में अमरीकी भागीदारी को समाप्त करके अपनी संवैधानिक शक्ति को पुनः प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। रिपब्लिकन सीनेटर माइक ली ने सैंडर्स के बयान पर सहमति व्यक्त की।