लखनऊ।। लोकसभा की दो सीटों पर उप-चुनाव भले ही शांतिपूर्वक निपट गया हो लेकिन वोट प्रतिशत कम होने को लेकर बीजेपी चिंतित है। इसको लेकर पार्टी में चिंतन-मनन शुरू हो गया है। बीजेपी नेता भले ही पार्टी की जीत के दावे करते नजर आ रहे हों लेकिन हार की आशंका ने कहीं न कहीं उनके अंदर घर कर लिया है। हालाँकि इसका रिजल्ट तो अब मतगणना के बाद ही आएगा लेकिन अब हार-जीत को लेकर पक्ष-विपक्ष ने दावा करना शुरू कर दिया है।
नगर निकाय चुनाव में भी बीजेपी ने हार के बाद अपने वोटरों को लेकर कहा था कि वो बाहर ही नहीं निकले। आम धारणा है कि चुनावों में दलित और बैकवर्ड तबका बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है। सपा-बसपा का समझौता कहीं कोई रंग न ला दे। इसलिए भी भाजपा परेशान है और समझौते के बाद से वो सपा-बसपा पर हमलावर रही।
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुआ मतदान अब समाप्त हो गया है। मतदान की रफ्तार सुबह से ही काफी धीमी रही। गोरखपुर में शाम 5 बजे तक जहां करीब 43 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। हालांकि, गोरखपुर में कुछ बूथों पर 5 बजे के बाद भी मतदान के लिए वोटरों की लाइन लगी हुई थी। बता दें कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान यहां 54.64% मतदान हुआ था।
वहीं फूलपुर में मतदाताओं ने चुनाव में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। शाम पांच बजे तक यहां कुल 38% मतदान दर्ज किया गया। पिछली बार फूलपुर में करीब 50 फीसदी मतदान हुआ था। गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मतदान के बाद अपनी पार्टी के दोनों उम्मीदवारों की जीत के दावे किए।
दोपहर 5 बजे तक मिले पोलिंग के आंकड़े बता रहे हैं कि सियासी दलों के भरपूर प्रयास के बावजूद वह वोटरों को लुभाने में नाकाम रहे हैं और बहुत कम ही लोग इस चुनाव में अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे हैं। फूलपुर में शाम 5 बजे तक मात्र 38 फीसदी वोटरों ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
फूलपुर 5:00 बजे तक 38% वोटिंग
विधानसभा क्षेत्र प्रतिशत
फाफामऊ – 43%
सोरांव – 45%
फूलपुर – 46.32%
इलाहाबाद पश्चिमी – 31%
इलाहाबाद उत्तर – 21.65%
गोरखपुर में 5 बजे तक विधानसभा वार वोटिंग प्रतिशत
गोरखपुर शहर- 33%
कैम्पियरगंज- 47%
पिपराइच- 44%
ग्रामीण- 44%
सहजनवां- 47%
गौरतलब है कि गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के और फूलपुर से उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देकर विधान परिषद के लिए चुने जाने के कारण इन दोनों सीटो पर लोकसभा उप चुनाव हो रहे हैं । सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के एक प्राथमिक स्कूल में मतदान करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, “जनता का अपार समर्थन भारतीय जनता पार्टी को मिल रहा है, जनता भी इस बात को जानती है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विकास और सुशासन का जो मंत्र दिया है इसी में उसका कल्याण निहित है।”
सीएम योगी ने कहा “सपा-बसपा की नकारात्मक राजनीति है, सौदेबाजी की राजनीति है, अवसरवादी राजनीति है । प्रदेश इसके दुष्परिणामों को भुगत चुका है और आने वाले समय में इस प्रकार की कोई स्थितियां पैदा न हो इसके लिये पूरी प्रतिबद्धता के साथ वंशवाद व जातिवाद की राजनीति से उबर कर विकास और प्रशासन पर ही ध्यान देना चाहिये।”
उनसे जब यह पूछा गया कि सपा-बसपा मिलकर चुनाव लड़ रहे है और अगर यह दोनों पार्टियां वर्ष 2019 का चुनाव साथ मिलकर लड़ें तो। इस पर योगी ने कहा, ”कोई असर नही पड़ने वाला, मैं तो चाहता था कि यह उप चुनाव सपा-बसपा और कांग्रेस साथ मिलकर लड़ते तो और अच्छा परिणाम आता।” उधर फूलपुर में मतदान करने के बाद उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपने प्रत्याशी की जीत का दावा किया और कहा कि बीजेपी को भारी समर्थन मिल रहा है । उन्होंने कहा, “ 14 तारीख को जब नतीजे आएंगे तो हो सकता है कि बुआ और भतीजे को गहरा सदमा लगे। सपा बसपा के नेता साथ आए हैं, जनता साथ नहीं आई है। इसलिए बीजेपी बड़े अंतर से जीत रही है।”
गोरखपुर सीट पर 10 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे है जबकि फूलपुर सीट पर 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है । बीजेपी ने फूलपुर से कौशलेंद्र सिंह पटेल और गोरखपुर से उपेंद्र दत्त शुक्ला को मैदान में उतारा है । वहीं सपा ने प्रवीण निषाद को गोरखपुर से और नागेंद्र सिंह पटेल को फूलपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि कांग्रेस ने सुरहिता करीम को गोरखपुर से और मनीष मिश्रा को फूलपुर से प्रत्याशी बनाया है। इन दोनों उप-चुनाव में अभी तक शांतिपूर्वक मतदान होने की खबर है ।