बजट आने से पहले ही पीएम मोदी ने ले लिए ये 5 बड़े फैसले, जानकर महागठबंधन की उड़ गए होश

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नेशनल डेस्क ।। 1 फरवरी को देश का अंतरिम बजट पेश होने वाला है, पर मोदी सरकार बजट से पहले ही की बैठक एक झटके में लिये पांच बड़े फैसले। पहले फैसले के तहत उन लोगों को राहत मिलेगी जो आयकर रिटर्न के लिए महीनों इंतजार करते थे, वहीं दूसरे फैसले का फायदा बिजली उत्पादन क्षेत्र की 4 केंद्रीय कंपनियों के अधिकारियों को मिलेगा, ऐसे ही सरकार की ओर से कई और फैसले लिए गए हैं, जो कुछ इस प्रकार से है-

पहला

केन्द्रीय मंत्री मंडल ने देश में 13 नये केन्द्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने के लिए 8113 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है, पिछली सरकार ने इसका मूल बजट 3000 करोड़ रुपये के करीब बनाया था पर देरी की वजह से बजट बढ़कर 8000 करोड़ रुपये हो गया, जिन राज्‍यों में नये विश्वविद्यालय खुलेंगे उनमें बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, केरल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु और जम्मू -कश्मीर शामिल हैं।

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दूसरा

सरकार ने बिजली उत्पादन क्षेत्र की 4 केंद्रीय कंपनियों के अधिकारियों के नये वेतनमानों को मंजूरी दी है, जिन चार केंद्रीय कंपनियों के अधिकारियों को इसका फायदा मिलेगा वो सरकारी जल विद्युत उत्पादन कंपनी नॉर्थ ईस्ट इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन, पूर्ववर्ती टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड और सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड हैं, वेतनमानों के नियमन में लगभग 323 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

तीसरा

मोदी सरकार ने एक और अहम फैसला लिया है, इसके तहत असम की नुमालीगढ़ रिफानइरी की क्षमता को बढ़ाने का फैसला किया गया है, इसके लिए 22,594 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है, अभी इस रिफाइनरी की क्षमता 30 लाख टन सालाना है जो 90 लाख टन सालाना करने की योजना है, इसमें पारादीप से नुमालीगढ़ तक कच्चे तेल की पाइपलाइन बिछाई जाएगी, इसके अतिरिक्‍त नुमालीगढ़ से सिलीगुड़ी तक पेट्रोलियम उत्पाद की पाइपलाइन बिछाने का काम भी किया जाएगा।

चौथा

अब आने वाले दिनों में आयकर रिटर्न मिलने में अधिक समय नहीं लगेगा, इसके लिए सरकार ने 4,241.97 करोड़ रुपये की एक परियोजना को मंजूरी दी है, यह परियोजना 18 महीने में पूरी होगी, रेल मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार ऑनलाइन आयकर रिटर्न प्रक्रिया सरल बनाने के उद्देश्य से एकीकृत ई-फाइलिंग एवं केन्द्रीकृत प्रोसेसिंग परियोजना 2.0 को मंजूरी दी गई है, इस परियोजना के पूर्ण होने पर आयकर रिटर्न की प्रोसेसिंग एक दिन में हो जाएगी, बता दें कि अभी इसमें 63 दिन लग रहे हैं, इस प्रोसेस के लागू होने के पश्‍चात टैक्‍सपेयर को रिफंड मिलने से आसानी होगी, वहीं सरकार को रिफंड में देरी की वजह से लगने वाले ब्याज की बचत होगी।

पांचवा

पीएम मोदी की कैबिनेट ने भारतीय निर्यात-आयात बैंक की अधिकृत पूंजी को 10 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 20 हजार करोड़ रुपये करने की भी मंजूरी दी है, पीयूष गोयल ने बताया कि एक्जिम बैंक में नई पूंजी लगाने के लिए भारत सरकार 6,000 करोड़ रुपये के री-कैपिटलाइजेशन बांड जारी करेगी,उन्‍होंने बताया कि भारत के कपड़ा उद्योग में निर्यात की बहुत बड़ी संभावना है, कैबिनेट की इस मंजूरी की वजह से एक्जिम बैंक को पर्याप्त कर्ज मिलेगा, जिससे वह कपड़ा निर्यातकों को बेहतर मदद करने में सक्षम होगा।

फोटो- फाइल

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