4G और 5G भूल जाइए, अब 6G में मिलेगी इतनी स्पीड कि पलक भी झपका नहीं पाएंगे !

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टेक डेस्क। दुनिया के सभी देश अभी 5G सेवा को लॉन्च करने की तैयारी में है। भारतीय टेलिकॉम कंपनियां भी 5G सेवा की तैयारी कर रही हैं। हो सकता है यह सेवा अगले साल के शुरुआती महीने में शुरू हो जाए।

4G और 5G भूल जाइए, अब 6G में मिलेगी इतनी स्पीड कि पलक भी झपक नहीं पाएंगे !

इस समय अगर आपको यह बताया जाए कि 5G के साथ ही 6G पर भी काम चल रहा है और इसे भी अगले कुछ सालों में शुरू की जा सकती है तो आपको इस बात पर यकीन करना मुश्किल होगा।

आपको बता दें कि एशिया, यूरोप और यूके 2019 और 2020 में नई जेनरेशन की मोबाइल टेक्नोलॉजी लॉन्च करने वाली है। इस नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से आप अल्ट्राफास्ट स्पीड से इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं। फिनलैंड के रिसर्चर्स का एक ग्रुप 5G से भी बेहतर तकनीक पर काम कर रहे हैं।

इससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के क्षेत्र में नई संभावनाएं देखी जा रही है। इससे मोबाइल ब्रॉडबैंड की तकनीक में भी सुधार देखा जा सकता है।

6G का सफर

नोकिया का रिसर्च और डेवलेपमेंट सेंटर इस समय 5G तकनीक पर काम कर रहा है और आगे यह सेंटर 6G तकनीक पर भी काम शुरू करेगा।

यूनिवर्सिटी ऑफ ओलू के साथ 60 से ज्यादा संगठन 5GTN (5G टेस्ट नेटवर्क) पर काम कर रहे हैं। यह नेटवर्क यूनिवर्सिटी कैम्पस के अलावा शहर के भी कुछ क्षेत्र में काम करता है। 5GTN को दुनिया का पहला 6G नेटवर्क कहा जा सकता है।

रिसर्च सेंटर 6Genesis नाम का एक 8 साल लंबे कार्यक्रम पर काम कर रहा है जिसके लिए 251 मिलियन यूरो की लागत आ रही है।

यूनिवर्सिटी ऑफ ओलू के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट में अकेडमी ऑफ फिनलैंड ने इस प्रोजेक्ट के लिए इन्वेस्ट किया है। इसके अलावा कॉरपोरेट पार्टिसिपेंट के रूप में नोकिया का सहभागी है।

6G है क्या?

6G नेटवर्क का नाम सामने आते ही हमारे जेहन में एक बात आती है कि ये 6G है क्या? 6G में आपको 1Tbps की स्पीड से इंटरनेट का एक्सेस कर सकते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से लेटेंसी को इम्प्रूव किया जाएगा। इस नई तकनीक से मोबाइल ब्रॉडबैंड के क्षेत्र में क्रांति आ सकती है।

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