खुशखबरी- आपको होगा फायदा, इलाहाबाद का नाम बदलने पर होगी ये सुविधा

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उत्तर प्रदेश ।। आखिर 10 सालों के इंतजार के बाद 1.6 किलोमीटर के दायरे में निर्मित रानी झांसी फ्लाइओवर (ग्रेड सेपरेटर) दिल्लीवासियों को समर्पित कर दिया गया है। उप राज्यपाल अनिल बैजल ने कहा है कि 1.6 किलोमीटर के फ्लाइओवर की शुरुआत से रोजाना पांच लाख लोगों को राहत मिलेगी।

बता दें कि 2008 में परियोजना की आधारशिला रखी गई थी, जो अब पूरी हुई है। वहीं केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि इसकी शुरुआत से दिल्ली की बड़ी आबादी को आने-जाने में सुविधा होगी।

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इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने के फैसले से लोगों के मन में कई प्रकार कि आशंकाएं हैं। खासतौर पर, खुद के परिचय या पते के प्रमाणपत्र के रूप में इस्तेमाल होने वाले आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे दस्तावेजों को लेकर दुविधा की स्थिति बन गई है।

राहत की खबर ये है कि इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने से आम लोगों के दस्तावेजों पर कोई असर नहीं होने जा रहा है। मंडलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल का स्पष्ट तौर पर कहना है कि लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।

आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक एकाउंट समेत अन्य किसी भी दस्तावेजों में नाम परिवर्तित कराने की जरूरत नहीं है। किसी तरह के हलफनामे की भी जरूरत नहीं होगी। सभी तरह के दस्तावेज वैसे ही मान्य होंगे। केवल नए सिरे से जारी परिचय पत्रों या अन्य दस्तावेजों में जरूर इलाहाबाद के स्थान पर प्रयागराज दर्ज हो जाएगा।

स्वच्छता के मोर्चे पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। देश में शौचालय का इस्तेमाल न करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। खास बात यह है कि शहरों में अब मात्र चार प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो शौचालय का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।

हालांकि गांवों में अब भी ऐसे लोगों का अनुपात एक-तिहाई के आस-पास है। नेशनल सेंपल सर्वे के मुताबिक मई-जून 2015 में देश के गांवों में 52 प्रतिशत लोग ऐसे थे जो शौचालय का इस्तेमाल नहीं करते थे, जुलाई-दिसंबर 2017 में इनका अनुपात घटकर मात्र 33 प्रतिशत रह गया है।

फोटो- फाइल

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