बॉलीवुड की इस महान शख्सियत का हुआ निधन, खबर सुनते ही देश में दौड़ी शोक की लहर

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नई दिल्ली ।। बॉलीवुड के मशूहर फिल्मकार और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मृणाल सेन का निधन हो गया है। मृणाल सेन 95 साल के थे। जानकारी के अनुसार मृणाल सेन ने रविवार करीब 10:30 बजे कोलकाता के भवानीपोर स्थित घर में आखिरी सांस ली। मृणाल कई बीमारियों से ग्रसित थे और लंबे समय से हॉस्पिटल में भर्ती थे।

मृणाल के निधन की खबर सुनते ही पूरी फिल्मी दुनिया में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन की खबर सुन बॉलीवुड समेत देश की जानी मानी हस्तियां उनके घर पहुंची।

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1981 में पद्म भूषण और 2005 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मृणाल 1998 से 2000 तक मनोनीत संसद सदस्य भी रहे। आपको बता दें कि 1955 में आई मृणाल सेन की पहली फीचर फिल्म ‘रातभोर’ उनके फिल्मी करियर का माइल स्टोन मानी जाती है। जबकि उनकी अगली फिल्म ‘नील आकाशेर नीचे’ के बाद उनका फिल्मी ग्राफ लगातार उठता गया। मृणाल ने अपनी तीसरी फिल्म ‘बाइशे श्रावण’ के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस फिल्म ने उनके अंतरराष्ट्रीय पहचान दी।

मृणाल सेन का जन्म 14 मई 1923 को बांग्लादेश के फरीदपुर में हुआ था। बांग्ला से उन्हे इतना प्रेम था कि उन्होंने अधिकांश फिल्मे बांग्ला भाषा में ही बनाई थी। उन्होंने अंतिम फिल्म 80 वर्ष की उम्र में बनाई थी। इस फिल्म का नाम आमार भुवन था। साल 2000 में मृणाल को रूसी ब्लादिमिर पुतिन ने ऑर्डर ऑफ फ्रैंडशिप सम्मान से नवाजा था।

फोटो- फाइल

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