पटना ।। आपने अभिनेताओं और खिलाड़ियों को भगवान की तरह पूजने की बात तो सुनी होगी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान का दर्जा देकर पूजा की परंपरा नई है। जी हां, बिहार के एक गांव में उन्हें देवता का दर्जा दिया गया है। वहां लोग उन्हें ‘विकास का देवता’ मानकर उनकी पूजा कर रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं बिहार के कटिहार जिला स्थित आजमनगर प्रखंड के सिंघारोल गांव की। मुख्य धारा से दशकों तक कटे रहे इस गांव के लोग विकास के ‘मोदी मैजिक’ के मुरीद हैं।
कटिहार का सिंगरौल गांव आजादी के दशकों बाद भी बुनियादी सुविधाओं से दूर था। गांव को आजादी के बाद विकास के नाम पर कुछ नहीं मिला है। लेकिन हाल में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत निर्माण कार्य हुआ। बिजली भी पहुंची। इससे ग्रामीणों में विकास की उम्मीद जगी। ग्रामीणों ने इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया।
गांव का विकास शुरू हुआ तो उत्साहित होकर ग्रामीणों ने ‘मोदी मंदिर’ बनाने का फैसला किया। गांव के एक चौक का नाम ‘मोदी चौक’ रखा तथा वहां एक हनुमान मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा बनाकर उसे स्थापित कर दिया। अब उसकी पूजा की जा रही है। आगे मोदी चौक पर जनसहयोग से स्थाई मंदिर के निर्माण की तैयारी शुरू है।
स्थानीय लोग कहते हैं कि गांव का विकास उनके लिए वरदान से कम नहीं है। केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ इस छोटे गांव तक पहुंचाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवता के समान हैं। इसलिए उनकी पूजा की जा रही है।
ग्रामीण अरविंद साह व सिंघेश्वर मणि कहते हैं कि गांव में सड़क, बिजली, पानी की समस्या रही है। स्कूल भी नहीं है। लेकिन विकास शरू हो चुका है। गांव में बिजली पहुंच चुकी है।
ग्रामीणों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सुदूरवर्ती गांवों में समाज के आखरी पायदान तक विकास की किरण पहुंचा रहे हैं। इससे गांव का विकास जरूर होगा।
गांव के अन्य लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा स्थापित करने व उनकी पूजा के पीछे कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं। इसमें कोई राजनीतिक सहयोग भी नहीं लिया गया है। आम लोगों ने स्वेच्छा से चंदा एकत्र कर प्रतिमा बनवाया व उसे स्थापित किया है। आगे जन सहयोग से ही मंदिर भी बनवाया जाएगा।
इस मामले में पंचायत के मुखिया लालन विश्वास ने कहा कि गांव का विकास शुरू हो गया है। और भी बहुत काम होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर के निर्माण पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह ग्रामीणों की अपनी आस्था से जुड़ा मामला है।