मोदी सरकार में इतने रुपए सस्ती हो गई सब्जियां, जानकर खुश हो जाएंगे आप

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उत्तर प्रदेश ।। थोक दरों पर आधारित देश की सालाना इनफिलेशन रेट (महंगाई दर) जून में घटकर 2.45 प्रतिशत रही है। जून महीने में थोक महंगाई दर 22 महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गई है। थोक महंगाई दर में गिरावट की प्रमुख वजह सब्जियों के दाम में नरमी आई है। इसके अलावा फ्यूल व बिजली की दरों के कम होने की वजह से भी थोक महंगाई दर में गिरावट आई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2017 के बाद जून 2019 में थोक महंगाई दर में इतनी गिरावट देखी गई है। लगभग 22 महीने के बाद थोक मुद्रास्फीति का ये सबसे निचला स्तर है। जुलाई 2017 में इसकी दर मात्र 1.88 प्रतिशत थी। अप्रैल 2019 में ये 3.07 प्रतिशत रही, जबकि मई 2018 में ये 4.78 प्रतिशत थी।

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फूड आर्टिकिल्स आधारित महंगाई मामूली कमी के साथ 6.98 प्रतिशत रही। जबकि मई में ये आंकड़ा 6.99 प्रतिशत था। जून महीने में सब्जियों के दाम में भी गिरावट आई है, जिसका सीधा फायदा देश की आम जनता को मिलेगा। जून में सब्जियों की महंगाई घटकर 24.76 प्रतिशत रह गई है, जबकि पिछले महीने यानी मई में ये 33.15 प्रतिशत रही थी। सब्जियों में अगर आलू की बात करें तो इसमें 24.27 प्रतिशत की कमी देखी गई है।

इसके अलावा यदि हम प्याज के दामों की बात करें तो प्याज की कीमतों में इस महीने बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसकी मुद्रास्फीति की दर 15.89 प्रतिशत रही। सब्जियों की थोक मुद्रास्फीति इस दौरान नरम पड़कर 33.15 प्रतिशत रही जबकि अप्रैल में ये 40.65 प्रतिशत थी।

फोटोः फाइल

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