पटना ।। बिहार में लोकसभा चुनाव 2019 को देखते हुए NDA में शामिल पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर पिछले साल दिसंबर महीने में ही फाइनल गई थी लेकिन सीटों का चयन अब तक फाइनल नहीं हो पाया है। बिहार NDA में BJP, JDU और LJP शामिल हैं।
सीटों की संख्या को लेकर हुए समझौते के तहत बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटों में से BJP और JDU 17-17 और LJP छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सूत्रों के मुताबिक, बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 30 सीटों पर तो दलवार प्रत्याशियों की तस्वीर साफ है लेकन 10 सीटों पर पेंच फंस रहा है। यानी यह 10 सीटें किसके हिस्से में जाएंगी ये अभी फाइनल नहीं हो पाया है।
लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है और बिहार में महागठबंधन को मात देने के लिए इन सीटों पर NDA के किस पार्टी व उम्मीदवार को उतारा जाए इसे लेकर फिलहाल मंथन जारी है। सूत्रों के अनुसार, किस सीट पर कौन सी पार्टी का उम्मीदवार होगा, इसका औपचारिक तौर पर ऐलान संसद सत्र के बाद कभी भी हो सकता है। माना जा रहा है कि पटना के गांधी मैदान में 3 मार्च को NDA की रैली के दौरान सभी 40 उम्मीदवारों को मंच से लॉन्च किया जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि पटना की दो लोकसभा सीटों- पटना साहिब और पाटलिपुत्र में से कोई एक सीट पर JDU अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। वहीं, मोतिहारी सीट पर भी JDU के एक पूर्व मंत्री की नजर है। बता दें कि मोतिहारी सीट से अभी केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह सांसद है।
समस्तीपुर अभी LJP के खाते में है लेकिन इस सीट पर भी JDU के एक मंत्री दावा ठोक रहे हैं। उजियारपुर JDU की परंपरागत सीट रही है लेकिन अभी यहां से BJP के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय सांसद हैं। मुंगेर के बदले LJP को बेगूसराय या फिर नवादा सीट दिए जाने की चर्चा है।
वहीं, अगर खगड़िया सीट BJP के कोटे में जाती है तो अररिया या फिर किशनगंज सीट में से कोई एक LJP को दिए जाने की चर्चा है। यह भी पढ़ें- नितिन गडकरी ने दी चेतावनी, कहा- कोई जातिवाद की बात करेगा तो उसकी पिटाई होगी