मुलायम सिंह के करीबी नेता ने अखिलेश यादव नहीं बल्कि इस दिग्गज को बताया सपा का बॉस, थाम सकते हैं शिवपाल का साथ

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उत्तर प्रदेश ।। समाजवादी पार्टी के अंदर रहकर आज भी कई नेता अखिलेश यादव के बजाए मुलायम सिंह को अपना नेता मानते हैं और खुलकर बोलते हैं। इन्हीं में से पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया और कुलदीप यादव हैं, जो हर मौके पर बयान देकर सीधे सपा सुप्रीमो को चुनौती देते रहते हैं।

इसी के चलते अब अखिलेश ने एक-एक कर नेताओं पर कार्रवाई करनी भी शुरू कर दी है। मुलायम सिंह के करीबी रहे, व पांच बार के विधायक और पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया को पार्टी से छह साल के लिए निष्काषित कर दिया। साथ ही रसूलाबार प्रभारी कुलदीप यादव को भी दल से बाहर कर ये संदेश दे दिया कि अब समाजवादी पार्टी के वो बॉस हैं और उनके बताए रास्ते पर नहीं चलने वाले नेताओं को दल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।

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समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने सोमवार को पांच बार के विधायक, पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया व कुलदीप यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाकर छह साल के लिए दल से बाहर कर दिया। पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया सपा संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबी नेताओं में से एक हैं।

अखिलेश यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने। उन्हें समाजवादी पार्टी में अनुसूचित जाति का प्रमुख चेहरा माना जाता रहा है। अब उन पर कार्रवाई के बाद माना जा रहा है कि उनके करीबी कई और नेताओं पर गाज गिरेगी। अखिलेश यादव ने पंद्रह दिन पहले भीतरघात करने वाले नेताओं की सूची जिलेवर तैयार करने के आदेश दिए थे।

इसी के बाद कानपुर नगर व देहात से दर्जनभर नेताओं को पार्टी के अंदर रहते हुए शिवपाल यादव का गुणगान पाते हुए पाया गया। जिन पर सपा प्रमुख 9 दिसंबर को होने वाली शिवपाल की रैली के बाद कार्रवाई कर सकते हैं।

माना जा रहा है कि बेरिया अब पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव के साथ जा सकते हैं। शिवपाल सिंह यादव से भी उनके रिश्ते कभी खराब नहीं रहे। जब विधानसभा चुनाव के समय अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह के बीच विवाद हुआ था तो बेरिया ने शिवपाल का खुलकर विरोध नहीं किया था।

बेरिया के करीबी रसूलाबाद के पूर्व ब्लॉक प्रमुख कुलदीप सिंह यादव को भी पार्टी से निकाल दिया गया है। अभी उनके करीबी कई और नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है। इस फैसले के बाद रसूलाबाद में कहीं खुशी तो कहीं गम जैसा नजारा रहा। यहां अनेक लोगों ने गोले दागे और मिठाई बांटी। जबकि बेरिया खेमा भी एक्शन में आ गया है और कई नेताओं को शिवपाल यादव के दल में शामिल करा सकता है।

फोटो- फाइल

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