लखनऊ ।। निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। गौरतलब है कि बीते रविवार को मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि यदि बहुजन समाज पार्टी को EVM से कोई दिक्कत है तो वो अपने दोनों मेयरों का इस्तीफा दिलवा दे।
वहीं सीएम योगी के इस बयान पर मायावती ने ललकारते हुए कहा कि यदि EVM से हुए मेयर के चुनावों में धांधली नहीं हुई है तो BJP सभी 16 सीटों पर बैलेट पेपर से मतदान करवा लें। उसको पार्टी की असलियत के साथ-साथ पीएम मोदी के कथित ‘विजन की जीत’ का सही पता चल जाएगा।
आपको बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने EVM पर सवाल उठाते हुए धांधली का आरोप लगाया था। आरोप को खारिज करते हुए रविवार को मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि अगर बहुजन समाज पार्टी को EVM से दिक्कत है तो वह अपने दोनों मेयरों को इस्तीफा दिलवा दें। वहां बैलट से चुनाव के बाद भी BJP जीत जाएगी।
सीएम योगी के इसी बयान पर मायावती ने जवाबी वार किया है। सोमवार को जारी बयान में मायावती ने कहा कि बैलट पेपर पर अगर चुनाव हुए तो नगर पालिका और नगर पंचायत की तरह, यहां भी यूपी की जनता BJP को बुरी तरह से हराएगी। सीएम का बयान चोरी एंव ऊपर से सीनाजोरी की बदतर मिसाल है।
उन्होंने ने कहा है कि 2014 एंव 2017 का चुनाव भी EVM में धांधली कर BJP जीती थी। मेयर का चुनाव भी EVM से करवाया गया, जिससे धांधली की जा सके।
मेरठ एंव अलीगढ़ में बसपा इसलिए जीती, क्योंकि वहां लोगों ने जबर्दस्त उबाल था और अधिक गड़बड़ी करने पर चोरी पकड़े जाने की आशंका थी। उन्होंने ने आरोप लगाया कि आगरा, सहारनपुर एंव झांसी में सरकारी मशीनरी का खुला दुरुपयोग कर बसपा उम्मीदवारों को हरवाया गया। लखनऊ में भी चुनाव सभी कारणों से स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं रहा। यह बात खुद चुनाव आयोग ने मानी है।