स्पेस में युद्ध की तैयारी के लिए मोदी सरकार ने किया बड़ा कारनामा, दुश्मन देश में खौफ का माहौल

img

नई दिल्ली ।। मिशन शक्ति यानी वह परीक्षण जिसमें हिंदुस्तान ने स्पेस में उपग्रह को एसेट रॉकेट से मार गिराया था। इस कामयाबी के बाद अब स्पेस में सुरक्षा के लिए भी हिंदुस्तान के पास अपनी अलग एजेंसी होगी। इसका नाम रक्षा स्पेस अनुसंधान एजेंसी (DSRO) है।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट कमेटी ने DSRO के गठन को मंजूरी दे दी है। एजेंसी को स्पेस में युद्ध के लिए तकनीकों और प्रौद्योगिकियों को विकसित करने का काम सौंपा गया है। अब हिंदुस्तानी सेनाएं आकाश, धरती और जल के बाद स्पेस में भी दुश्मन को मात दे पाएंगी।

पड़िए-मौसम विभाग का बड़ा अलर्ट, आ रहा है चक्रवाती तूफान , इन इलाकों में जमकर होगी बारिश

स्पेस में होने वाली किसी तरह की लड़ाई के लिए सैन्य बलों की ताकत में इजाफा करने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि एजेंसी के गठन को लेकर पहले ही उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। संयुक्त सचिव स्तर के वैज्ञानिक की लीडरशिप में एजेंसी ने आकार लेना भी शुरू कर दिया है।

इस एजेंसी में जो वैज्ञानिक होंगे वो तीनों सेनाओं के साथ समन्वय स्थापित कर काम करेंगे। एजेंसी में तीनों सेनाओं के सदस्य भी शामिल होंगे। स्पेस में सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता अभी तक केवल अमेरिका, रूस, चीन और जापान के पास ही थी। बताया जा रहा है कि बेंगलुरू स्थित डिफेंस स्पेस एजेंसी की जिम्मेदारी एयर वाइस मार्शल रैंक के अफसर को सौंपी गई है।

फोटो- फाइल

Related News