कहीं आपके बच्चे में भी तो नहीं है ये बीमारी, ज्यादा जानकारी के लिये पढ़ें खबर

img

लखनऊ।। बच्चों की मानसिक विक्लांगता को लेकर भले ही कोई बात नहीं करना चाहता और इस परेशानी को बच्चों के ऊपर थोप दिया जाता है, लेकिन लखनऊ में इंग्लैंड की विधि से इस बीमारी का इलाज शुरू हो गया है। इंग्लैंड से लौटे डॉ. राहुल भरत ने इस दिशा में काम कर पूरे उत्तर प्रदेश में जागरुकता कार्यक्रम कर रहे हैं। डॉ. भरत का कहना है कि इस विधि से बच्चों में 70 फीसदी से अधिक सुधार हो सकता है और कई बच्चे में तो असाधारण परिवर्तन भी देखने को मिला है।

लखनऊ में गोमतीनगर के विशाल खंड में प्रेसवार्ता करते हुए डॉ. भरत ने कहा कि मानसिक विकलांगता से पीड़ित अधिकांश बच्चों का इलाज औषधियों और फिजियोथिरैपी के द्वारा की जाती है। ये दवाएं उनके मानसिक विकास में प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। इंग्लैंड में एसोशिएशन ऑफ चाइल्ड ब्रेन रिसर्च के चिकित्सकों ने ऐसे बच्चों का चार साल तक अध्ययन करने पर पाया कि इन बच्चों का इलाज दवाओं के बिना भी कुछ विशेष चिकित्सा विधियों द्वारा किया जाना संभव है। ये बच्चों के सेहत पर विपरीत प्रभाव भी नहीं डालते हैं और परिणाम भी बेहतर होते हैं।

एसोशिएशन ऑफ चाइल्ड ब्रेन रिसर्च तीन दिसंबर को एमबी क्लब में सवाल-जवाब कार्यक्रम भी कर रहा है। इस कार्यक्रम में बच्चों के बारे में जानकारी दी भी जा सकती है और डॉक्टरों से मिलने के लिए समय भी लिए जा सकते हैं। प्रेसकांफ्रेंस में केजीएमयू की बालरोग विभाग की विभागाध्यक्ष रश्मि कुमार, लखनऊ एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक के पूर्व अध्यक्ष डॉ. संजय निरंजन और सीनियर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. टीआर यादव मौजूद रहे।

Related News