विश्व की एकमात्र मनुष्य हैं गीता जिसने भोलेनाथ के किए दर्शन औऱ खींची फोटो, बताई पूरी सच्चाई

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उत्तराखंड ।। पंकज और उनकी पत्नी गीता कुछ वर्ष पहले कैलाश की तीर्थ यात्रा पर गए थे। पंकज और गीता दोनों ने देश के बहुत ही मशहूर न्यूज़ चैनल में आकर ये बताया था की उन्होंने भोलेनाथ को देखा, न सिर्फ उन दोनों ने बल्कि उनके साथ जितने भी यात्री थे सभी ने भगवान शिव को देखा।

कैलाश पर्वत समुद्र ताल से लगभग 19,200 फीट के ऊंचाई पर है और कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने के लिए और कैलाश पर्वत को देखने के लिए बहुत किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है और वो भी बर्फ में और कड़-कड़ाती ठण्ड में। पंकज और गीता ये बताते हैं की डेरामुख पहुचने के बाद उन्होंने कैलाश पर्वत की और चड़ना चालू किया, 20 किलोमीटर चढ़ने के बाद शाम के वक्त वो कैलाश पर्वत तक पहुँच गए, उनके साथ यात्रियों का पूरा समूह था।

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उस शाम को कैलाश पर्वत के दूर से ही दर्शन कर वो दोनों और बाकि यात्री भाव विभोर हो गए और भोले बाबा के भजन गाते गाते सो गए। उस शाम उन लोगों ने कैलाश पर्वत की फोटो भी लेली थी। दूसरे दिन सुबह पंकज और गीता सुबह जल्दी उठ गए और सभी यात्री कैलाश पर्वत की परिक्रमा करने के लिए तैयार होने लगे।

गीता भोलेनाथ का नाम जपते हुए कैलाश पर्वत को निहार रही थी। उसके मन में एक दबी हुई इच्छा थी की कुछ अलौकिक दृश्य दिख जाए, क्योंकि कैलाश मानसरोवर की यात्रा सबसे कठिन यात्रा है, अपने जीवन में केवल एक बार ही कोई आने की सोच सकता है।

अचानक गीता ने कैलाश पर्वत पर कुछ देखा और ख़ुशी से हैरा रह गई, जोर-जोर से हर हर महादेव चिल्लाने लगी, पहले तो लोगों ने सोचा की गीता सामान्यतः जयकारा लगा रही है। लेकिन वो ऊपर निहारती हुई झूम झूम कर दोनों हाथों को उठा कर नाचने लगी मानो उसने कुछ ऐसा देख लिया हो, जिससे उसका जीवन धन्य हो जाएगा।

गीता ने तुरंत अपने पति पंकज और बाकी यात्रियों को कैलाश पर्वत पर इशारा करके कुछ दिखाया, तो सभी झूम उठे और हर हर महादेव चिल्लाने लगे। सभी यात्रियों और पंकज ने तुरंत उसकी फोटो भी लेली।

फोटो- फाइल

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