अब उड़ेगी चीन-पाकिस्तान की नींद, विश्व के सबसे ताकतवर नेता से मिले पीएम मोदी

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उत्तराखंड ।। G-20 सम्मेलन में भाग लेने गए पीएम मोदी ने शुक्रवार सुबह अमरीकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। जापान-अमेरिका -हिंदुस्तान त्रिपक्षीय बैठक के तुरंत बाद दोनों नेताओं के बीच बातचीत शुरू हुई। पीएम मोदी और ट्रंप की मीटिंग ऐसे माहौल में हो रही है, जब हिंदुस्तान और अमेरिका के बीच कई मतभेद चल रहे हैं। बता दें कि अमरीकी प्रेसिडेंट हिंदुस्तान की टैरिफ नीतियों के मुखर आलोचक रहे हैं।

मीटिंग में प्रेसिडेंट ट्रंप ने पीएम मोदी से कहा कि हम लोग बहुत अच्छे दोस्त हो गए हैं, हमारे देशों में इससे पहले कभी इतनी नजदीकी नहीं हुई। मैं ये बात पूरे भरोसे से कह सकता हूं। हम लोग कई क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं। मीटिंग शुरू होते ही एक बार फिर ट्रंप ने मोदी को जीत के लिए बधाई दी।

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ट्रंप के साथ मीटिंग शुरू होने से पहले ही जापान-अमेरिका और हिंदुस्तान के प्रमुखों की मुलाकात हुई। प्रेसिडेंट ट्रंप ने पीएम मोदी और शिंजो आबे को चुनाव में मिली जीत पर बधाई दी और कहा कि दोनों नेता अपने अपने देश में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।

वहीं अमरीकी प्रेसिडेंट ने कहा कि दोनों देश एक दूसरे के लंबे वक्त से सहयोगी हैं और दोनों की नीतियों में द्विपक्षीय संबंध अहम स्थान रखता है। ट्रंप ने बातचीत के दौरान दिए गए हिंदुस्तान-अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग और साझा हितों को मजबूत करने पर बल दिया।

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पीएम मोदी ने मीटिंग में कहा कि वह 4 प्रमुख मामलों पर बात करना चाहते हैं। इनमें ईरान, 5जी, द्विपक्षीय रक्षा संबंध और आपसी टैरिफ का मुदा अहम है। लोकसभा इलेक्शन में प्रचंड जीत दर्ज करने पर डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन कर बधाई दी थी और साथ मिलकर हिंदुस्तान-अमेरिका सहयोग को बढ़ाने के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जताई थी। ऐसे में G-20 में पीएम मोदी और प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात को लेकर सबकी निगाहें टिकीं हुई थीं।

मीटिंग के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि अमेरिका -हिंदुस्तान द्विपक्षीय सहयोग पर दोनों नेताओं ने बातचीत की। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच S-400 मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई। ईरान पर जरूर बात हुई। प्राथमिक ध्यान इस बात पर था कि वहां स्थिरता कैसे सुनिश्चित की जाय, क्योंकि खाड़ी क्षेत्र की अस्थिरता विश्व को कई तरह से प्रभावित करती है। ईरान समेत खाड़ी में शांति की स्थापना न सिर्फ हिंदुस्तान की ऊर्जा जरूरतों के मामले में अहम है, बल्कि खाड़ी में प्रवासी हिंदुस्तानीयों के संदर्भ में इसका काफी महत्व है।

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पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर द्विपक्षीय संबंधों में आए तनाव को दूर करने को लेकर बातचीत हुई। पीएम मोदी से मुलाकात से पहले अमरीकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं इस तथ्य के बारे में प्रधान मंत्री मोदी के साथ बात करने के लिए उत्सुक हूं कि हिंदुस्तान, अमेरिका के खिलाफ बहुत अधिक टैरिफ लगा रहा है। ये अस्वीकार्य है और टैरिफ को वापस लेना चाहिए।

  • हिंदुस्तान और रूस के बीच S-400 हवाई रक्षा प्रणालियों के लिए 5 बिलियन डॉलर के रक्षा सौदे को लेकर नाराजगी का मुदा भी इस बैठक में उठने की उम्मीद थी, लेकिन इस बारे में कोई बात नहीं हुई। हालांकि पूर्व में हिंदुस्तान ने विदेशमंत्री माइक पोम्पियो के साथ मुलाकात के दौरान दो टूक जवाब देते हुए साफ कर दिया था कि S-400 सौदे को रद्द नहीं किया जा सकता है।
  • पाकिस्तान के मामले में आतंकवाद को लेकर बातचीत की संभावना थी। बता दें कि बालाकोट स्ट्राइक के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि आतंकियो के खिलाफ कार्रवाई करे।
  • ईरान मुद्दे पर मोदी और ट्रंप के बीच देर तक बातचीत हुई। चूंकि मौजूदा हालात में ईरान और अमेरिका के बीच तनाव काफी गहरा गया है और अमेरिका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसमें ईरान से कच्चे तेल खरीदने पर भी पाबंदी है। ऐसे में हिंदुस्तान के लिए जरूरी था कि ईरान से तेल खरीदने के मसले को सुलझाया जाए।

फोटो- फाइल

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