भाषण दे रहे रेल मंत्री पीयूष गोयल को कर्मचारियों ने खदेड़ा, जमकर हुआ हंगामा

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लखनऊ। लखनऊ कार्यक्रम में आए रेलमंत्री पीयूष गोयल को रेल कर्मचारियों ने खदेड़ लिया। इस दौरान धक्कामुक्की, अभद्रता और हाथापाई से कार्यक्रम में अफरातफरी मच गई। हंगामे की शुरुआत रेलमंत्री के उस बयान से हुई जिसमें रेलमंत्री ने यूनियन पर रेल कर्मियों को गुमराह करने का आरोप लगाया।

पीयूष गोयल

इसके बाद धक्कामुक्की, नारेबाजी और हंगामे का दौर शुरू होकर काफी देर तक चलता रहा। इसी बीच भीड़ में से किसी कर्मचारियों ने रेलमंत्री की ओर गमला उछाल दिया जिससे उन्हें मामूली चोट आई और वह सिर सहलाते हुए देखे गए। इस गमले से उनके सुरक्षाकर्मी पंकज शुक्ल को भी चोट आई।

क्या क्या हुआ मंत्री के साथ

मंत्री का काफिला रोका
अभद्रता और हाथापाई
मुर्दाबाद के नारे लगाए
गमला फेंककर मारा
अधिवेशन से खदेड़ा

रेलमंत्री को भगाया

रेल मंत्री पीयूष गोयल यहां रेलवे स्टेडियम में अधिवेशन में शामिल होने आए थे लेकिन उनके भाषण के बाद कर्मचारियों ने उनसे अभद्रता की। इस दौरान रेलकर्मचारियों की धक्कामुक्की से बचते हुए मंत्री को भागना पड़ा। अधिवेशन में संबोधन के दौरान पीयूष गोयल ने कहा कि यूनियन लोगों को बहका रही है। यह युवाओं को गलत राह पर ले जा रही है। गोयल के इस बयान के बाद वहां हंगामा शुरू हो गया। यूनियन के पदाधिकारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी और अफरातफरी के बीच कार्यक्रम से रेल मंत्री को भगा दिया।

रेल कर्मचारी पहले से नाराज

नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के अध्यक्ष शिव गोपाल मिश्र का कहना है कि दरअसल रेल कर्मचारी रेल मंत्री से पहले से ही इस बात से नाराज़ हैं कि न्यू पेंशन स्कीम के तहत उनकी पेंशन का एक हिस्सा उनकी इजाज़त के बग़ैर काट लिया जा रहा है और उन्हें यह नहीं बताया जा रहा कि ये पैसा कहाँ लगाया जा रहा है। रेल मंत्रालय के अनुसार ये पैसा बाज़ार में इनवेस्ट किया जा रहा है जिसका फ़ायदा बाद में कर्मचारियों को दिया जाएगा पर कर्मचारी इससे संतुष्ट नहीं हैं।

मेन्स यूनियन अधिवेशन की बातें

रेल कर्मियों के संगठन नॉर्दन रेलवे मेन्स यूनियन का वार्षिक अधिवेशन 15 से लखनऊ में हो रहा है। 17 नवम्बर को इसका समापन है। लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से 7वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन में वृद्धि, वेतन निर्धारण फार्मूले में सुधार एवं पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर प्रमुख रूप से चर्चा की गई। इन मांगों को लेकर दिसम्बर महीने में वर्क टू रूल नियमों के प्रति कर्मियों को जागरूक करने की रणनीति पर भी चर्चा की गई।

रेल कर्मियों की प्रमुख मांगें

गुड्स गार्ड, लोको पायलट व गार्ड को अतिरिक्त भत्ते देते हुए उनके वेतनमान में सुधार किया जाए
रनिंग स्टाफ को रनिंग एलाउंस व अन्य भत्ते 7 वें वेतन आयोग के तहत दिए जाएं
रेलवे गार्ड के पदनाम में जल्द से जल्द परिवर्तन किया जाए
अब तक के भत्तों का एरियर जल्द से जल्द दिया जाए

वर्क टू रूल की तैयारी

अधिवेशन में बड़ी संख्या रेल कर्मी पहुंचे हैं। साथ ही इस कार्यक्रम में रेल मंत्री पीयूष गोयल को भी आमंत्रित किया गया है. इस मौके पर उनके सामने भी रेल कर्मियों की ओर से 7वें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने, न्यूनतम वेतन में वृद्धि व पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने की मांगों को प्रमुखता से रखा गया। यदि सरकार जल्द इस निर्णय नहीं लेती है तो दिसम्बर से वर्क टू रेल नियमों के तहत काम करने की तैयारी के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया।

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