उत्तर प्रदेश ।। सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने MCLR बढ़ा दिया है। बैंक के इस फैसले से होम, ऑटो और पर्सनल लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। SBI ने MCLR की दर में 0।05 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
लोन की नई दरें तुरंत प्रभाव से ही लागू हो गई हैं।आपको बता दें कि MCLR वह दर होती है जिस पर किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज की दर तय होती है। इससे कम दर पर देश का कोई भी बैंक लोन नहीं दे सकता है, सामान्य भाषा में यह आधार दर ही होती है। SBI के 42 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। देशभर में बैंक की 24 हजार ब्रांच हैं। वहीं बैंक के करीब 60 हजार एटीएम हैं।
इससे पहले ICICI बैंक, यूनियन बैंक, डीसीबी बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक ने भी लोन की दरों में बढ़ोतरी की थी। इन सभी बैंकों ने MCLR की दरें बढ़ाई थीं। ICICI बैंक ने लोन की दरों में 0।10 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। ICICI बैंक की नई MCLR की दर 8।8 फीसदी है।
MCLR का को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं। इसमें बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं। ये बैंचमार्क दर होती है। इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं।
MCLR बढ़ने से नुकसान- MCLR बढ़ने से आम आदमी को सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि उसका मौजूदा लोन महंगा हो जाता है और उसे पहले की तुलना में ज्यादा ईएमआई देनी पड़ जाती है। वहीं MCLR घटने पर ईएमआई सस्ती हो जाती है।