नई दिल्ली ।। महिलाएं अब 40 के दशक (बुढ़ापे की ओर) में भी मां बन सकेंगी। ऐसा दावा शोधकर्ता वैज्ञानिकों ने किया। वैज्ञानिकों की माने तो उन्होंने ऐसे हार्मोन पिल बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। शोधकर्ताओं को ऐसे प्रमाण मिले हैं, जिससे साबित होता है कि डीएचईए हार्मोन कोख को प्रजनन के लिए सक्षम बनाता है।
महिलाओं में 20 से 40 की उम्र के बीच इस हार्मोन के स्तर में गिरावट आती है और यह लगभग आधा रह जाता है। यूनीवर्सिटी ऑफ एडिनबरा के एमआरसी सेंटर फॉर इनफ्लेमेशन रिसर्च में हुए शोध में विशेषज्ञ इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि डीएचईए हार्मोन का स्तर बढ़ाने महिलाएं अधिक उम्र में भी गर्भ धारण कर सकती हैं।
प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर डगलस गिबसन का कहना है कि कॅरियर की भागदौड़ के बीच कई बार महिलाएं गर्भ धारण के बारे में सोच ही नहीं पाती हैं। जब वह इस बारे में सोचना शुरू करती हैं, तब तक उम्र काफी आगे निकल चुकी होती है। इसके अलावा कई बार बीमारी यह अन्य हालात के कारण भी सही समय पर मां बनना उनके लिए संभव नहीं होता है।
इस बात से विशेषज्ञ भी मना नहीं करते हैं कि ज्यादा उम्र में महिलाओं की प्रजनन क्षमता में कमी आ जाती है। नए प्रयोग से अधिक उम्र मां बनने का विकल्प चुनने वाले जोड़ों बिना महंगे इलाज और परेशानी के संतानसुख की प्राप्ति की उम्मीद बन सकती है।
उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं में डीएचईए हार्मोन के प्राकृतिक स्तर में गिरावट आने लगती है। विशेषज्ञों द्वारा विकसित की जा रही इस गोली से हार्मोन का स्तर सुधारा जा सकता है। डॉ. गिबसन का कहना है कि गर्भ धारण करने के अन्य तरीके भी तभी सफल हो सकते हैं, जब स्त्री की कोख भ्रूण को संभालने में सक्षम होगी।