नई दिल्ली ।। बालाकोट में की गई हवाई स्ट्राइक में पहली बार प्रयोग में लाए गए बम हिंदुस्तान को अधिक संख्या में मिल गए हैं। इस्राइल ने रविवार को हिंदुस्तान को ‘बिल्डिंग ब्लास्टरÓ के नाम से प्रसिद्ध स्पाइस-2000 बमों की पहली खेप सौंपी है। ये बम मिराज-2000 फाइटर एयरक्राफ्ट के घरेलू बेस मध्यप्रदेश के ग्वालियर को हासिल हुआ है।
क्योंकि ये एयरक्राफ्ट इजरायली बमों को फायर करने में सक्षम है। ग्वालियर एयरबेस के अधिकारियों ने बताया कि हिंदुस्तानीय वायुसेना ने इजरायल के साथ मार्क 84 वारहेड और बमों को हासिल करने के लिए 250 करोड़ रु. के समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इसके बाद ये बम मिले हैं। इस बम में बड़ी बिल्डिंग को ध्वस्त करने की ताकत है।
इंडियन एयर फोर्स ने ये समझौता इसी वर्ष जून में किया था। समझौते के तहत 100 स्पाइस बमों को हासिल करने का करार हुआ था। महज तीन महीने में ही इस्राइल ने ये बम हिंदुस्तान को सौंप दिये।
इंडियन एयर फोर्स ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर इन्हीं बमों को बरसाया था। वायुसेना ने आतंकियों के ठिकानों पर मिराज-2000 लड़ाकू विमान से स्पाइस-2000 बमों को गिराया था।येां सेना को सफलता मिली थी। सरकार ने इसके बाद इन बमों को इस्राइल से मांगा था।