उत्तराखंड ।। स्वशासित ताइवान को लेकर अब चाइना व अमेरिका के बीच दूरियां बढ़ने लगी है। अमेरिका-ताइवान के बीच हाल की हथियार डील ने दोनों देशों के बीच दूरियां बढ़ा दी हैं। उधर चाइना और ताइवान के अपने अलग मसले हैं। वास्तव में चाइना ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है, जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश के रूप में देखता है।
चाइना ने ताइवान को हमेशा से ऐसे प्रांत के रूप में देखा है जो उससे अलग हो गया है। चाइना मानता रहा है कि भविष्य में ताइवान चाइना का हिस्सा बन जाएगा। यही वजह है कि ताइवान और चाइना के बीच काफी वक्त से विवाद चल रहा है।
इन सबके बीच ताइवान की प्रेसिडेंट साई इंग-वेन अमेरिका दौरे पर पहुंची हैं, जहां पर वह चार दिनों तक रूकेंगी। अमेरिका ने ताइवान को एक स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दी है। इसको लेकर चाइना अमेरिका से नाराज है।
इससे पहले अमेरिका और चाइना के बीच व्यापार को लेकर मतभेद सामने आ चुके हैं। हालांकि जापान के ओसाका में हुए G20 शिखर सम्मेलन के दौरान अमरीकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और चाइना के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने मुलाकात कर व्यापारिक मतभेदों को दूर करने पर सहमति जताई।