भगवान श्रीराम का वंशज होने को लेकर राजघरानों में छिड़ा संग्राम, कांग्रेस के इस प्रवक्ता ने भी ठोंका दावा

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नई दिल्ली।। अयोध्या जमीन विवाद मामले में जहाँ एक ओर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है तो वहीं राजस्थान में भगवान राम का वंशज होने के मामले को लेकर एक नया संग्राम छिड़ गया है। पहले राजस्थान के राजसमंद से भाजपा सांसद दीया कुमारी ने दावा किया कि वह श्री राम के वंशज हैं और श्रीराम के बेटे कुश से उनका राजवाड़ा चलता है। इसके बाद अब राजस्थान का मेवाड़ राजघराना भी भगवान श्रीराम के वंशज होने की लड़ाई में कूद गया है।

मेवाड़ राजघराने के महेंद्र सिंह मेवाड़ के मुताबिक ‘मेवाड़ राजपरिवार भगवान राम के पुत्र लव का वंशज है।’ मेवाड़ के पूर्व राजकुमार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का कहना है कि कर्नल जेम्स टॉड ने अपनी पुस्तक ‘एनल्स एंड एंटीक्विटीज ऑफ राजस्थान’ में लिखा है कि श्रीराम की राजधानी अयोध्या थी और उनके बेटे लव ने लव कोट यानी लाहौर बसाया था। लव के वंशज ही बाद में गुजरात होते हुये आहार यानी मेवाड़ में आये जहां सिसोदिया राज्य की स्थापना हुई। मेवाड़ का राज प्रतीक सूर्य है। श्रीराम भगवान शिव के उपासक थे और मेवाड़ परिवार भी भगवान शिव का उपासक है। यह मेवाड़ आज श्रीराम के वंशज होने को प्रमाणित करता है।

उधर, कांग्रेस प्रवक्ता सत्येंद्र सिंह राघव ने भी भगवान राम के वंशज होने पर अपनी दावेदारी जता दी है। राघव ने कहा कि लव और कुश राम और सीता के जुड़वा बेटे थे। कुश को दक्षिण कौशल यानी छत्तीसगढ़ में और लव का उत्तर कौशल में अभिषेक किया गया था। इसके प्रमाण में उन्होंने वाल्मीकि रामायण के पेज नंबर-1671 का उल्लेख किया है।

राघव ने बताया कि कालिदास के रघुवंश के अनुसार राम ने अपने पुत्रों को शरावती का और कुश को कुशावती का राजा बनाया था। शरावती को आज श्रीवास्तव से जाना जाता है जो उत्तर भारत में हैं। कुश का राज दक्षिण के कौशल में है। राघव ने कहा कि इससे साबित होता है कि कुश उत्तर भारत में नहीं बल्कि दक्षिण भारत में रहे, जबकि लव से राघव राजपूतों का जन्म हुआ है। इसमें बडगूजर, जयास, सिकरवारओं का वंश चला है, इसलिए राम के वंशज हम हैं।

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