नई दिल्ली ।। अमेरिकी मुख्यालय वाले टैक्सी एग्रीगेटर कंपनी UBER ने अपने उत्पाद एवं इंजीनियरिंग टीम से 435 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। दो महीने में अमेरिका में कंपनी ने दूसरी बार छंटनी की है। इसके पहले जुलाई में भी कंपनी ने अपनी मार्केटिंग टीम से 400 कर्मचारियों को निकाल दिया था।
गौरतलब है कि हिंदुस्तान में भी UBER का कारोबार अच्छा नहीं चल रहा। हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि देश में ओला, UBER जैसी एग्रीगेटर टैक्सी सेवाओं की वजह से कारें बिक नहीं पा रही।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऑटो सेक्टर ऑटो-मोबाइल इंडस्ट्री बीएस6 स्टैंडर्ड और मिलेनियल्स के माइंड सेट से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इस बार की छंटनी में इसके अमेरिकी दफ्तरों से करीब आठ फीसदी कर्मचारी बाहर हो गए हैं। 170 लोग प्रोडक्ट टीम से और 265 लोगों को इंजीनियरिंग टीम से बाहर निकाला गया है।
UBER की प्रवक्ता ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि आगे स्थिति सुधरेगी, हम अपनी प्राथमिकता के हिसाब से काम कर रहे हैं और उच्च प्रदर्शन के आधार पर अपने को जवाबदेह बनाए हुए हैं। UBER को इस साल मई में ही न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया है। हालांकि इसके आईपीओ को अच्छा रिस्पांस नहीं मिला था। इसके बावजूद यह अमेरिका के पिछले पांच साल के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ था और इससे कंपनी ने 8.1 अरब डॉलर रकम जुटाई थी।