UP: निकाय चुनावों को लेकर BJP फंसी अपने ही जाल में, ये है वजह

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लखनऊ।।यूपी में आगामी दिनों में होने वाले निकाय चुनाव भारतीय जनता पार्टी को भारी पड़ सकते हैं।कार्यकर्ताओं की नाराजगी के चलते सभी 16 नगर निगमों में प्रस्तावित नगर-निकाय चुनावों में बीजेपी को खुद के नेताओं से ही लड़ाई लड़नी होगी। बीजेपी नेताओं को अपनी सरकार से कोई फायदा न होने से नाराजगी बढ़ती जा रही है।

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संगठन से जुड़े एक नेता ने अपना नाम न लिखने की शर्त पर कहा कि “कोई भी नेता अपना टाइम-वेस्ट क्यों करेगा, जब सरकार से उसका कोई फायदा भी नहीं हो रहा है।आपको बता दें कि यूपी में नवंबर में निकाय चुनाव होने हैं और इसको लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं।

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वहीं दूसरी तरफ भाजपा निकाय चुनावों को लेकर चिंतित दिखाई दे रही है क्योंकि सरकार बनने के बाद सीएम योगी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को सरकारी कोटा, टेंडर और अन्य किसी भी प्रकार के लाभ के स्थान से दूर रहने को कहा है और साथ ही ये भी निर्देश हैं कि भाजपा नेता किसी की सिफारिश भी न करें।

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पार्टी नेताओं को यह भी हिदायत दी गई है कि किसी तरह से पुलिस वालों पर कोई दबाव न बनाया जाए। सब नियम से होगा। इसी वजह से पार्टी-कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई सुन ही नहीं रहा है। इसके साथ ही खनन पर पूर्ण-प्रतिबंध को लेकर भी भाजपा नेताओं में खासी नाराजगी है। उनका कहना है कि “इससे निर्माण की रफ्तार काफी धीमी पड़ गई है। जिसके चलते हम अपना काम तक नहीं कर पा रहे हैं।”

इन्हीं सब बातों से नाराज भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने अपनी पहचान छिपाने की शर्त पर कहा कि “हम पार्टी में पिछले 7-साल से इसलिए शामिल नहीं हुए थे कि हम बस भीड़ इकट्ठा करने में जुटे रहे और अन्य लोग इसका फायदा उठाते रहें।” सूबे में सरकार बनने के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी और उनके मंत्रियों पर संगठन का काम न करने का आरोप लगता रहा है।

इसके पहले भी खबर आई थी कि भाजपा के एक कद्दावर संगठन मंत्री योगी के पास अधिकारियों की पोस्टिंग की लिस्ट लेकर पहुंचे थे। इसपर सीएम योगी ने नाराजगी जताई थी और उनसे कहा था कि “आप संगठन संभालिये, सरकार में क्या करना है हम जानते हैं।” इसके अलावा संगठन के शीर्ष नेताओं ने एक बैठक में कहा था कि किसी भी प्रदेश पदाधिकारी को टिकट नहीं मिलेगा और न ही किसी के रिश्तेदार को मिलेगा। इसके बाद से ही संगठन के नेतआों में काफी गुस्सा है।

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