UPTET 2018: बिना सीसीटीवी स्कूल वाले भी बनें टीईटी का केंद्र !

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प्रयागराज. 18 नवंबर को होने जा रही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2018 में ऐसे स्कूल को केंद्र बना दिया गया है जिसे यूपी बोर्ड ने अपनी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए डिबार कर रखा है। बोर्ड की ओर से जारी काली सूची वाले स्कूलों में महिला सेवा सदन इंटर कॉलेज बैरहना का नाम शामिल है।

यहां 2017 में पेपर लीक (पूर्व प्रकटन-तय समय से पहले पेपर खुलने का मामला) के कारण 2019 की 10वीं-12वीं की परीक्षा का केंद्र नहीं बनाया गया है। लेकिन जिलाधिकारी सुहास एल वाई की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने टीईटी के जो केंद्र बनाए हैं, उसमें महिला सेवा सदन का नाम भी शामिल है।

यहां 500 अभ्यर्थियों का केंद्र बनाया गया है। ऐसे में प्रश्न है कि जिस स्कूल को 10वीं-12वीं की परीक्षा के लायक नहीं समझा गया, उसे टीईटी जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा का केंद्र कैसे बना दिया गया। साफ है कि टीईटी के परीक्षा केंद्र निर्धारण में बड़े पैमाने पर लापरवाही बरती गई है।

इनका कहना है

महिला सेवा सदन के मामले में डीआईओएस से बात करता हूं। केंद्र व्यवस्थापक बदलवाकर परीक्षा कराई जाएगी।
अनिल भूषण चतुर्वेदी, सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी

महिला सेवा सदन यूपी की परीक्षा से डिबार है, यह मेरे संज्ञान में नहीं था। टीईटी के परीक्षा केंद्र बनाते समय ध्यान नहीं दिया गया। वैसे बोर्ड से डिबार स्कूल पीसीएस के भी केंद्र बनते हैं।
आरएन विश्वकर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक

बिना सीसीटीवी वाले स्कूल भी बने टीईटी के केंद्र

टीईटी के लिए डिबार स्कूल को ही केंद्र नहीं बनाया गया। कई ऐसे स्कूल भी हैं जहां सीसीटीवी या वॉयस रिकार्डर नहीं है। शहर के बीचोबीच परीक्षा केन्द्र बनाए गए इलाहाबाद इंटर कॉलेज के सभी कमरों में सीसीटीवी नहीं है। हालांकि प्रधानाचार्य एसपी तिवारी का कहना है कि 14 क्लासरूम में लगे हैं और बाकी के कमरों में परीक्षा से पहले लगवा दिया जाएगा।

एक अन्य केंद्र केएन काटजू कीडगंज में भी सभी कमरों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। टीईटी के परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से जारी गाइडलाइन में था कि यथासंभव सीसीटीवी लगे स्कूलों को ही केंद्र बनाया जाए।

यूपी-टीईटी के लिए पर्यवेक्षकों की तैनाती

टीईटी के लिए पर्यवेक्षकों की तैनाती कर दी गई है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले पर्यवेक्षक केंद्रों पर पहुंचेंगे। केंद्र की सभी व्यवस्था का काम उनके पास हैं।

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