लखनऊ।। उत्तर प्रदेश में इस समय दबंगों पर से पुलिस का खौफ बेअसर होता दिख रहा है। कोर्ट से अपना केस जीतने के बाद जमीन पर कब्जा लेने गए माँ-बेटे को दबंगों ने सरे-आम दौड़ा-दौड़ा कर गोली मारी गयी। मारी गयी महिला हेड कॉन्स्टेबल है। सोमवार को महिला और उसके बेटे को दौड़ाकर गोलियों से भून दिया गया। महिला को एक जबकि बेटे को तीन गोलियां मारी गईं। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस आनन-फानन में दोनों को बिधूना CHC लेकर गयी। वहां महिला सिपाही की मृत्यु हो गई जबकि उसके बेटे ने देर शाम सैफई मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया।
दिबियापुर के नेहरूनगर की रहने वाली सुनीता शुक्ला कानपुर के कलक्टरगंज थाने में दीवान के पद पर कार्यरत थी। उनकी ससुराल बेला थाना-क्षेत्र के गांव पिपरौली शिव में है। यहाँ उनका 32 बीघा जमीन को लेकर परिवार के लोगों से ही विवाद चल रहा है जिसका अदालत में मुकदमा चल रहा था। हाल ही में सुनीता ने केस जीत लिया था।
केस जीतने के बाद सोमवार को सुनीता अपनी जमीन का कब्जा लेने गई थीं। खेत पर ट्रैक्टर चलवाते समय परिवार के लोगों ने उन्हें कब्जा लेने से रोका। इस बीच सुनीता का बेटा रिंकी उर्फ अग्निवेश मौके पर पहुंचा तो उसकी विपक्षियों से कहासुनी होने लगी। तभी किसी ने तमंचा निकालकर रिंकी की बांह में गोली मार दी। इसके बाद जब वह वहां से भागने लगा तो हमलावरों ने दौड़ाकर पीछे से एक और गोली रिंकी की पीठ पर दाग दी। उसके गिरते ही हमलावर ने फिर उसकी कनपटी में गोली मार दी।
गोली की आवाज सुन माँ सुनीता दौड़कर बेटे के पास पहुंची तो हमलावर ने उसके भी पेट में गोली मार दी। इस दुस्साहसिक वारदात से पुरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर मौके पर आयी पुलिस ने दोनों को हॉस्पिटल पहुंचाया। जानकारी के मुताबिक सुनीता के पति भी पुलिस में थे और कुछ साल पहले अचानक से गायब हो गये थे।
उन्हीं के स्थान पर ही सुनीता को पुलिस में नौकरी मिली थी। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी भी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने भी घटना को लेकर गंवावालों से पूछताछ की।