लखनऊ।। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भी घपलेबाजों ने खेल कर दिया। पहले औरैया और अब फर्रुखाबाद का मामला सामने आया है। रूपये और दान में मिले सामान के लालच में 3 विवाहित जोड़ों के भी फेरे करा दिये गये। हालाँकि जांच के बाद पोल खुलने पर अधिकारियों ने दान का सामान वापस वापस मंगा लिया और उनके खातों में भेजी गयी अनुदान की राशि की रिकवरी की भी बात कही है और साथ ही अपात्रों को पात्र बनाने की अब जांच कराने की बात कही जा रही है।
बतादें कि बुधवार को गवर्नमेंट मेडिकल कालेज कैंपस में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 102 जोड़ों की शादियां होनी थी, जिसमें से 79 के विवाह हुये थे। 9 जोड़े शाम को पहुंचे तो उनके भी फेरे कराये गये। 88 में से 3 विवाहित जोड़े को भी फेरे दिलाये गये थे। हकीकत सामने आने पर खंड ब्लाक कार्यालय ने रातों-रात इसकी जांच कराई और जाँच के बाद गुरुवार तड़के ही अपात्रों के घरों से दान का सामान भी वापस मंगा लिया।
अब उनके खातों से धनराशि भी वापस लेने की बात कही है। तिर्वा ब्लाक क्षेत्र के ड्योढ़ा ग्राम पंचायत के वद्धापुर्वा, छेड़ीपुर्वा व फुलवारी ग्राम पंचायत के कल्यापुर्वा गांव के विवाहित जोड़ों ने रुपये के लालच में दोबारा फेरे ले लिये बीडीओ रामआसरे ने बताया कि सभी आवेदन हुये थे। इसके बाद ग्राम सचिवों से जांच के बाद और उनकी रिपोर्ट के आधार पर जोड़ों का चयन किया गया था। पूरे मामले की जांच की जा रही है। इसमें जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।