उत्तर प्रदेश।। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण अवस्थापना विकास के लिए निधि फेज 25 के लिए 2304 करोड की परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है । इसमें बाढ नियंत्रण, नलकूप स्थापना,सडक व पशु चिकित्सालय आदि की स्थापना से जुडे प्रोजेक्ट शामिल हैं । इन परियोजनाओं के क्रियान्वित होने से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास तेजी से होगा और लोगों को बडी संख्या में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
यूपी के सरकार के एक आला अधिकारी ने बताया है कि नाबार्ड की ग्रामीण अवस्थापना विकास निधि आरआईडीएफ के 25वें चरण में यूपी के लिए 1180 करोड का अंतरिम आवंटन तय किया गया है । अंतिम रूप से यह 1700 करोड तक जा सकता है । शासन और नाबार्ड के वरिष्ठ अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक पिछले दिनों हुई थी । इसमें आरआईडीएफ 25 की प्रस्तावित परियोजनाओं पर विचार हुआ।
इसमें बाढ नियंत्रण,नलकूप स्थापना, 50 पशु चिकित्सालयों के निर्माण, मथुरा व बांदा में दुग्ध प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना व वानिकी से जुडे प्रोजेक्ट शामिल हैं।शासन ने 2304 करोड की परियोजनाओं की प्राथमिकता तय करते हुए संबंधित विभागों को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट जल्द से जल्द नाबार्ड को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
बुंदेलखंड में सूक्ष्म सिंचाई की पायलट प्रोजेक्ट की तैयारी और लघु सिंचाई विभाग ने बुंदेलखंड के बांदा में मौजूदा चेकडैम पर प्रेशराइज्ड लिप्ट सिंचाई योजना का प्रस्ताव तैयार किया है । इसमें हाइड्रेंट के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई सिस्टम को शामिल किया गया है । विभाग पायलट आधार पर इस परियोजना के लिए नाबार्ड से सहयोग लेगा । शासन ने विभाग को जल्द से जल्द से पायलट परियोजना नाबार्ड को भेजने का निर्देश दिया है।
महाराष्ट्र,गुजरात, राजस्थान व मध्य प्रदेश में आरआईडीएफ से नई तकनीक से जुडी नवोन्मेषी परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है । सरकार इन राज्यों में अपनाई गई उन्नत तकनीक को प्रदेश में लागू करने पर विचार कर रही हैं । इसके लिए शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल को इन राज्यों में भेजने का विचार है ।
नाबार्ड ने दल के भ्रमण में सहायता पर सहमति दे दी है। प्रदेश सरकार ने विभागों के उच्च अधिकारियों से नामांकन प्राप्त कर नाबार्ड को भेजने का निर्देश दे दिया है।