
नई दिल्ली।। आमरण के 10 दिन बीत जाने के बाद हार्दिक पटेल के स्वास्थ्य को लेकर डॉक्टरों ने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती होने की सलाह दी है। गुजरात में पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल ने अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर अपनी वसीयत जारी की है। अपनी वसीयत में हार्दिक ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी संपत्ति का बंटवारा उनके माँ-बाप (भरत पटेल और ऊषा पटेल) एक बहन, 2015 में कोटा आंदोलन के दौरान मारे गये 14 युवाओं के परिजनों और अपने गांव के पास एक पंजरापोल के बीच अपनी संपत्ति का वितरण किया है। पाटीदार समुदाय को आरक्षण, किसानों की कर्जमाफी और अपने सहयोगी अल्पेश कठीरिया की रिहाई की मांग को लेकर हार्दिक भूख हड़ताल पर चल रहे हैं।
‘पाटीदार अनामत आंदोलन समिति’ के प्रवक्ता मनोज पनारा ने अहमदाबाद के पास हार्दिक पटेल के निवास पर मीडिया से कहा कि पटेल ने अपनी मृत्यु के बाद अपनी आंखें दान करने की इच्छा व्यक्त की है। यहां वह 25 अगस्त से अनशन पर हैं। तृणमूल कांग्रेस, राकांपा और राजद समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और प्रतिनिधियों ने पिछले 9 दिनों में पटेल से मुलाकात की है। यहाँ यह भी गौरतलब है कि अभी तक बीजेपी सरकार ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया है।
पनारा ने दावा किया कि हार्दिक का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। उन्होंने पिछले 10 दिनों से कुछ नहीं खाया है और पिछले 36 घंटों से पानी भी नहीं पीया है। उन्होंने बताया कि “हार्दिक पटेल ने अपने खराब स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टर की सलाह पर विचार करते हुये वसीयत तैयार की है।” सरकारी अस्पताल के एक डाक्टर हार्दिक को देखने गये। उन्होंने कहा कि, ”हमने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती होने की सलाह दी है। उनका मूत्र और रक्तचाप सामान्य है। लेकिन हार्दिक ने खून की जांच कराने से साफ इनकार कर दिया है।”
--Advertisement--