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लखनऊ ।। वर्तमान दौर में इलेक्ट्रानिक मीडिया और सोशल मीडिया का हालांकि काफी जोर है, लेकिन प्रिंट मीडिया की प्रासंगिकता, सार्थकता और उपयोगिता का आज भी कोई विकल्प नहीं है।

यह विचार आज यूपी प्रेस क्लब में मीडिया मंच मासिक पत्रिका के 19 वर्ष पूरे होने पर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी तथा पूर्व प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल ने आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में व्यक्त किये।

नवनीत सहगल ने कहा कि गत 19 वर्षों से निरंतर मीडिया मंच का प्रकाशन और समसामयिक विषयों पर विचार एवं विश्लेषण देते रहना सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि मीडिया मंच पत्रिका बीसवें वर्ष में प्रवेश कर रही है और उनकी शुभकामनाएं मीडिया मंच और उसके सम्पादक टीबी सिंह के साथ हैं कि वह भविष्य में भी सफलता पूर्वक अपने उद्देश्यों की पूर्ती करते रहें। उन्होंने कहा कि त्वरित गति से ख़बरों को प्रसारित करने वाले माध्यमों के सत्यापन का कोई निश्चित आधार नहीं होता जबकि प्रिंट मीडिया का एक रिकार्ड बन जाता है। और उसमें प्राकाशित विषय वस्तु आधारभूत होती है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए पीसीएस एसोसियेशन के पूर्व अध्यक्ष बाबा हरदेव सिंह ने कहा कि प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता का आलम यह है कि समाचार पत्र व पत्रिकाएं पढ़े बिना संतोष नहीं मिलता। इस अवसर पर पीसीएस एसोसियेशन के अध्यक्ष उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि मीडिया मंच प्राशासनिक अधिकारियों ख़ास तौर से पीसीएस संवर्ग से जुड़े विषयों एवं समस्याओं पर ख़ास ख़बरें और विश्लेषण देती रहती है। इस मौके पर पीसीएस संघ के सचिव पवन गंगवार और पूर्व आईएएस अधिकारी विजय बहादुर सिंह भी मौजूद थे। इस समारोह में विशेष रूप से यूपी प्रेस क्लब के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह, उत्तर प्रदेश पत्रकार मान्यता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने भी अपने विचार रखे।

समारोह का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पी के तिवारी ने किया। वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद गोस्वामी, हसीब सिद्दीकी, बिरेन्द्र शुक्ल, भास्कर दूबे, देवकी नंदन मिश्र, सिद्धार्थ कलहंस, डा। उत्कर्ष सिन्हा, शबाहत हुसैन विजेता, शिव सरन सिंह, शाश्वत तिवारी, राजेश मिश्र, वीरेंदर तिवारी, शिव विजय सिंह, सना परवीन, वरिष्ठ फोटोग्राफर अजय सिंह, इन्द्रेश रस्तोगी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर मीडिया मंच के सम्पादक टी बी सिंह ने पत्रिका के 19 वर्षों के निरंतर प्रकाशन के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया।

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