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यूपी किरण ब्यूरो

नई दिल्ली।। आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले बीजेपी के १० नेताओ को गिरफ्तार किया। इनके पास से 3 हजार सिमकार्ड, 50 मोबाइल फोन और 35 सिम बॉक्स बरामद किए।

इसके अलावा फर्जी नाम-पते पर खोले गए सैकड़ों बैंक अकाउंट्स की भी जानकारी मिली है। मध्य प्रदेश में ये ISI नेटवर्क के खिलाफ की गई सबसे बड़ी कार्रवाई है। सतना के बलराम के अकाउंट में पाक हैंडलर्स ट्रांसफर करते थे रकम।

एटीएस आईजी संजीव शमी ने बताया कि पिछले साल नवंबर में जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा से सतविंदर सिंह और दादू नामक दो आतंकियों को अरेस्ट किया था।

इन्होनें कबूल किया था कि मध्य प्रदेश से इन्हें सेना से इन्हें मदद मिलती थी। इसके लिए इन्हें मोटी रकम दी जाती थी, जो सतना में रहने वाले बलराम के खाते में पाकिस्तानी हैंडलर्स ट्रांसफर करते थे।

सतविंदर पाकिस्तानी हैंडलर्स के कहने पर सैन्य सूचनाएं जुटाता था। पुल और सेना के कैम्प की फोटो खुफिया तरीके से लेता था। इसके अलावा, सेंट्रल सिक्युरिटी फोर्सेस के मूवमेंट और वाहनों की जानकारी भी जुटाई जा रही थी। बलराम ने अलग-अलग बैंकों में अकाउंट्स खोल रखे थे।

दिल्ली के कोचिंग सेंटर का टीचर है मास्टर माइंड

एटीएस के मुताबिक, नेटवर्क का मास्टर माइंड दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर का टीचर गुलशन सेन है उसने मप्र के अलावा दिल्ली, तेलंगाना, आंध्र, महाराष्ट्र, ओडिशा और उप्र में पैरलल टेलीफोन एक्सचेंज स्थापित करने के लिए करीब एक हजार सिम बॉक्स किराए पर दिए थे।

गुलशन लखनऊ जेल में है। यूपी एटीएस ने जम्मू-कश्मीर ने उसे मिलिट्री इंटेलिजेंस की निशानदेही पर पकड़ा था। इसके बाद पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ।

अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के लिए किया काम

एटीएस ने बताया, गुलशन सेन दो बार अफगानिस्तान जा चुका है। वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उसने अफगानिस्तान में पांच साल रहकर काम किया।

वह अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना के लिए आईटी कम्युनिकेशन सपोर्ट का काम करता था। जहां उसने पैरलल टेलीफोन एक्सचेंज सेटअप करना सीखा। उसका अप्वाइंटमेंट अमेरिका की एक प्राइवेट कंपनी के जरिए हुआ था।

पिछले कई महीनों से सैन्य अफसरों के नाम बताकर आर्मी यूनिट्स में सेना के मूवमेंट पूछे जा रहे थे। बार-बार इसी तरह के फोन आने पर सेना के टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट को संदेह होता था।

एक दिन जम्मू में कर्नल विक्रम तिवारी बनकर सेना का मूवमेंट पूछा गया तो शक यकीन में बदल गया कि पैरलल एक्सचेंज के जरिए जासूसी की जा रही है। यूपी एटीएस ने पड़ताल शुरू की। 24 जनवरी को 11 लोगों को अरेस्ट किया गया।

जासूसी करते हुए पकड़े गए बीजेपी के नेता

1-जितेन्द्र ठाकुर (भाजपा पार्षद पति का भाई)
2-कुश पंडित
3-त्रिलोक सिंह भदौरिया
4-मनीष गांधी
5-मोहित अग्रवाल
6-ध्रुव सक्सेना
7-मोहन भारती
8-संदीप गुप्ता
9-बलराम सिंह
10-रीतेश खुल्लर

फोटोः फाइल

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